दिल्ली दरबार ने माथा टेकने पहुंच रहे एक एक कर यूपी भाजपा के बड़े नेता
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य बृजेश पाठक के साथ कई और नेता एक एक कर राष्ट्रीय पदाधिकारियों के दरबार में लगा रहे हाजिरी
संगठन महामंत्री नियुक्त होने के बाद प्रदेश अध्यक्ष को लेकर अपनी अपनी गोटी सेट कराने में लगे यूपी के दिग्गज
संगठन महामंत्री सुनील बंसल के राष्ट्रीय महामंत्री बनने के बाद यूपी की सियासत में अध्यक्ष को लेकर दिल्ली दरबार में माथा टेक रहे यूपी बीजेपी के नेता
लखनऊ
यूपी की राजनीति को लेकर दिल्ली दरबार की भूमिका अचानक बढ़ गई है। पिछले 10 दिनों में यूपी के 3 सबसे बड़े चेहरों के साथ कई प्रदेश पदाधिकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की है। जब यहां लखनऊ में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है, तब दिल्ली में सीएम और दोनों डिप्टी सीएम के अलावा कई पदाधिकारी और अध्यक्ष पद के दावेदार राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के अलावा राष्ट्रीय पदाधिकारियों से मुलाकात का राज क्या है?
क्या यूपी भाजपा में सब-कुछ ठीक नहीं है, या फिर किसी बड़े बदलाव की तैयारी है ? इसे समझने के लिए पिछले 15 दिनों में यूपी को लेकर भाजपा में हुए सियासी घटनाक्रम को समझते है।
सबसे पहले 11 अगस्त को सीएम योगी ने दिल्ली में जेपी नड्डा से मुलाकात की। इसके बाद 17 अगस्त को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य दिल्ली पहुंचे और नड्डा से मुलाकात की। इसके अगले ही दिन दूसरे डिप्टी सीएम बृजेश पाठक भी जेपी नड्डा से मिलने दिल्ली पहुंच गए। मुलाकात की और तस्वीर भी शेयर किया।
पहले सीएम योगी, फिर दोनों डिप्टी सीएम की जेपी नड्डा से मुलाकात की खबरें तो आपने भी पढ़ी होगी। लेकिन अब हम आपको इसके पीछे की कहानी बताते है…
दरअसल, दिल्ली में हो रही मुलाकातों के पीछे यूपी में होने वाली 3 बड़ी राजनीतिक घटनाओं को जिम्मेदार माना जा रहा है।
1. यूपी भाजपा अध्यक्ष की तलाश
उत्तर-प्रदेश में स्वतंत्र देव सिंह के इस्तीफे के बाद से ही नए अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर चर्चाएं हो रही है। यूपी भाजपा का नया बॉस कौन होगा, इसको लेकर पिछले 2 महीने से अटकलें लगाई जा रही हैं।
2. संगठन में हुआ बदलाव हुआ
सीएम योगी की नड्डा से मुलाकात के एक दिन पहले ही भाजपा ने महामंत्री संगठन को बदल दिया। निवर्तमान महामंत्री संगठन सुनील बंसल को राष्ट्रीय महामंत्री बना दिया गया है। उनकी जगह झारखंड से महामंत्री संगठन धर्मपाल सैनी को यूपी में नियुक्त कर दिया गया है।
3. केशव का कद बढ़ाया गया
अगस्त महीने मे जो एक और बड़ी राजनीतिक घटना स्वतंत्र देव सिंह को नेता विधान परिषद के पद से हटाकर डिप्टी सीएम केशव मौर्य को नेता विधान परिषद बना दिया गया। एक तरफ जहां स्वतंत्र देव का कद घटाया गया, तो वहीं केशव प्रसाद मौर्य का बढ़ा दिया गया। दोनों ओबीसी के नेता माने जाते हैं।
इन तीन राजनीतिक घटनाओं के बाद अब यूपी के 3 बड़े सियासी चेहरों का दिल्ली दरबार में हाजिरी को समझने की कोशिश करते हैं…
11 अगस्त को सीएम योगी ने दिल्ली में जेपी नड्डा से मुलाकात की थी।
1. 11 अगस्त को CM योगी की जेपी नड्डा से मुलाकात
सीएम योगी आदित्यनाथ ने 11 अगस्त की दोपहर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से दिल्ली में मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद सीएम ने ट्वीट कर लिखा,”आपके मार्गदर्शन में डबल इंजन की भाजपा सरकार यूपी के जन-जन की खुशहाली के लिए सेवा-भाव के साथ निरंतर कार्य कर रही है।” वैसे सूत्रों का दावा है कि इस मुलाकात में यूपी में संगठन में हुए बदलाव और नए अध्यक्ष को लेकर बात हुई है।
2. 17 अगस्त को डिप्टी सीएम केशव की नड्डा से मुलाकात
सीएम योगी के बाद डिप्टी सीएम केशव मौर्य दिल्ली पहुंचे और जेपी नड्डा से मुलाकात की। केशव ने भी मुलाकात की तस्वीरों को शेयर करते हुए लिखा,”नड्डा जी से आत्मीय भेंट कर यूपी से संबंधित महत्वपूर्ण राजनीतिक विषयों पर चर्चा कर मार्गदर्शन एवं आशीर्वाद प्राप्त किया”
केशव की इस मुलाकात के बाद कहा गया कि केशव मौर्य एक बार फिर अध्यक्ष की दौड़ में शामिल हो गए हैं। इस बात को इसलिए ज्यादा तवज्जो मिली, क्योंकि नड्डा से मिलने से ठीक एक दिन पहले केशव ने लखनऊ में सुनील बंसल की जमकर तारीफ की थी। 16 अगस्त को केशव प्रसाद मौर्य ने 2 सार्वजनिक मंचों पर कहा था कि 2017 में मैं भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष था भाजपा को यूपी विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत मिली थी जिसका श्रेय ज्यादातर लोग प्रदेश अध्यक्ष यानी केशव प्रसाद मौर्य को दे रहे थे जबकि इस जीत के पीछे केवल संगठन महामंत्री सुनील बंसल को ही श्रेय जाता है क्योंकि उन्हीं की रणनीति और मार्गदर्शन में भाजपा के हजारों पदाधिकारियों और लाखों कार्यकर्ताओं ने भाजपा को प्रचंड जीत दिलाई थी
18 अगस्त को जेपी नड्डा और यूपी के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक की मुलाकात हुई।
डिप्टी सीएम केशव की मुलाकात के अगले ही दिन दूसरे डिप्टी सीएम बृजेश पाठक भी दिल्ली पहुंच गए। पाठक ने भी नड्डा से मुलाकात की और तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा,” राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जेपी नड्डा से भेंट कर अमूल्य मार्गदर्शन व आशीर्वाद प्राप्त किया।”
कहा गया कि दोनों के बीच यूपी सरकार के कामकाज और प्रदेश की राजनीति पर चर्चा हुई। हालांकि जानकर मानते हैं कि इस मुलाकात में भी नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर चर्चा हुई।
इन तीन मुलाकातों और इसकी कहानी आप समझ गए होंगे। अब आपको बताते हैं कि यूपी में भाजपा में क्या होने वाला है?
भाजपा ने 2024 के चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं। पार्टी ने यूपी में सभी 80 सीटों पर जीत हासिल करने का लक्ष्य रखा है। उत्तर-प्रदेश में संगठन में बदलाव और नए अध्यक्ष की नियुक्ति की तैयारी को भी इसी को ध्यान में रखकर करना है। यूपी में भाजपा एक ऐसे चेहरे की तलाश में है, जो 2024 लोकसभा चुनाव के लिहाज से सबसे कारगर साबित हो।
पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी मानते हैं कि इस वक्त ऐसा प्रदेश अध्यक्ष चाहिए, जो संगठन को बेहतर समझता हो। सुनील बंसल के जाने के बाद संगठन पर पकड़ वाले नेता की तलाश हो रही है।
नए महामंत्री संगठन और सीएम योगी के साथ समन्वय रखते हुए पूरी पार्टी को संभालने वाले चेहरे के लिए यूपी के इन बड़े नेताओं से चर्चा हो रही है। इसीलिए उम्मीद की जा रही है कि प्रदेश अध्यक्ष का नाम चौंकाने वाला हो सकता है।
भाजपा सूत्रों का दावा है कि संगठन और सरकार में समन्वय बनाने और 2024 लोकसभा चुनाव में भाजपा को 2014 दो हजार सत्रह 2019 और फिर 2022 की तरह प्रचंड जीत दिलाने में वर्तमान में जब संगठन महामंत्री सुनील बंसल राष्ट्रीय महामंत्री बन गए हो ऐसे में नए संगठन महामंत्री को यूपी समझने में समय लगेगा ऐसे में एक ही अनुभवी चेहरा है जो भाजपा यूपी को कायदे से समझता हूं और संगठन तथा सरकार के बीच समन्वय सामंजस्य बनाने में सफल होगा डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ऐसे में यह माना जा रहा है कि भाजपा यूपी के नेताओं का दिल्ली दरबार में लगातार माथा टेकने के पीछे केवल और केवल एक ही कारण है प्रदेश अध्यक्ष को लेकर सूत्रों का दावा है कि केशव प्रसाद मौर्य के नाम पर राष्ट्रीय नेतृत्व ने मोहर लगा दी है अब इसकी सूचना यूपी भाजपा के सभी नेताओं को पता चल गई है और दिल्ली दरबार के चक्कर काट रहे हैं । दूसरी तरफ भाजपा सूत्रों का दावा है कि पिछले दो दशक से लोकसभा चुनाव के दौरान यूपी भाजपा की कमान ब्राम्हण चेहरे पर रहा है 2004 2009 2014 और फिर 2019 लोकसभा चुनाव में यूपी भाजपा की कमान हमेशा ब्राम्हण चेहरे के हाथ में रही है ऐसे में दूसरा पक्ष यह भी कह रहा है कि हरीश द्विवेदी बस्ती से दूसरी बात सांसद युवा मोर्चा के अध्यक्ष रह चुके हरीश द्विवेदी पर भी भाजपा राष्ट्रीय नेतृत्व विचार कर रही है करीब 2 महीने से खाली प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए रस्साकशी लगातार चल रही है और इसी के देखते हुए भाजपा यूपी के शीर्ष नेतृत्व के साथ-साथ प्रदेश पदाधिकारी भी दिल्ली दरबार के चक्कर काट रहे हैं ।
राजनीतिक पंडितों का दावा है कि यूपी भाजपा अध्यक्ष की घोषणा जब केंद्रीय नेतृत्व करेगा तो वह चौंकाने वाला नाम होगा सूत्र चाहे जो दावा करें लेकिन राष्ट्रीय नेतृत्व 2024 लोकसभा चुनाव को देखते हुए ऐसे चेहरे की घोषणा करेगा जो चौंकाने वाला होगा क्यों राजनीतिक सामाजिक जातीय समीकरण में पूरी तरह से फिट बैठेगा भाजपा राष्ट्रीय नेतृत्व उसी के हाथों में यूपी की कमान सौपेंगा । सच्चाई भी यही है कि भाजपा राष्ट्रीय नेतृत्व का निर्णय हमेशा चौंकाने वाला रहा एमएलसी राज सभा या फिर अन्य कई पदों के लिए यूपी में जब भी कोई घोषणा है राष्ट्रीय नेतृत्व द्वारा हुआ वह हमेशा चौंकाने वाला रहा इसी को देखते हुए यह कयास लगाया जा रहा है कि भाजपा यूपी का प्रदेश अध्यक्ष कोई भी होगा वह चौंकाने वाला नाम होगा ।