आज कल के इस दौर में प्रदुशष के चलते बालों को काफी नुक्सान होता है, जिससे रूसी, बालों को सफेद होना, बाल झड़ना जैसी समस्या आ सकती है, लेकिन आयुर्वेद में ऐसी तमाम जड़ीबूटियों के बारे में बताया गया है जो किसी वरदान से कम नहीं हैं. इन्हीं में से एक है भृंगराज बालों और स्कैल्प की त्वचा को सेहतमंद रखने के लिए इसका इस्तेमाल प्राचीन काल से किया जा रहा है।
इसे बालों के लिए वरदान माना जाता है और आयुर्वेद में इसे केशराज कहा जाता है. भृंगराज के पौधे (इक्लिप्टा एल्बा) के सत्व में कैरियर ऑयल जैसे नारियल या तिल के तेल के कॉम्बिनेशन के साथ भृंगराज तेल तैयार किया जाता है. भृंगराज के अर्क से युक्त ये तेल बालों के लिए बेहतरीन औषधि का काम करता है और बालों की तमाम समस्याओं को दूर करता है. जानिए इसके फायदे।
बालों की ग्रोथ बेहतर करता
जिन लोगों के बाल नहीं बढ़ते हैं, उनके लिए भृंगराज तेल एक टॉनिक का काम करता है. ये जड़ी बूटी स्कैल्प में रक्त के संचार को दुरुस्त करती है. इसकी मसाज से बालों की ग्रोथ काफी तेजी से होने लगती है.
रूसी की समस्या से छुटकारा
रूसी की समस्या होने पर भी बाल बहुत तेजी से झड़ने लगते हैं. साथ ही कमजोर हो जाते हैं. इस समस्या से बचाव में भी भृंगराज का तेल काफी मददगार साबित हो सकता है. रूसी दूर करने के साथ ये बालों की ड्राईनेस दूर करता है. इसे लगाने के बाद कुछ देर के लिए गर्म टॉवल को बालों में लपेटना चाहिए.
बालों को सफेद होने से रोकता
भृंगराज ऑयल आपके बालों को असमय सफेद होने से भी रोकता है, लेकिन इसके लिए आपको आंवला तेल में भृंगराज तेल को मिलाकर लगाना चाहिए. इसे लगाते समय स्कैल्प की अच्छी तरह से मसाज करें और रातभर लगा रहने दें. सुबह उठकर बालों को माइल्ड शेंपू से धो लें. सफेद बालों के लिए आप भृंगराज की पत्तियों से तैयार हेयर डाई का इस्तेमाल भी कर सकते हैं. ये प्राकृतिक रूप से बालों को डाई करता है.
बाल झड़ने से रोके
अगर आप नियमित रूप से इस तेल से सिर की मालिश करते हैं, तो ये आपके बालों को पोषण प्रदान करता है और झड़ने से रोकता है. इसे लगाने से मानसिक तनाव भी कम होता है. तनाव को भी हेयर फॉल का बड़ा कारण माना जाता है.