दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में मांसाहारी भोजन परोसे जाने को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है, दिल्ली पुलिस ने मामले में कार्यवाही करते हुए कुछ लोगो के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है, लेकिन अब इस मामले में राजनीती शुरू हो गयी है। इस बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी इस संबंध में बयान जारी किया है।
राहुल गांधी ने ट्वीट के जरिए सोमवार को कहा कि, नफरत, हिंसा और अलगाव भारत को कमजोर कर रहे हैं तथा ऐसे में न्यायप्रिय और समावेशी भारत के लिए खड़े होने की जरूरत है. उन्होंने राम नवमी पर देश के कुछ स्थानों तथा यहां जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में हुई हिंसा की पृष्ठभूमि में यह टिप्पणी की।
कांग्रेस नेता ने ट्वीट किया, ‘‘नफरत, हिंसा और अलगाव हमारे प्रिय देश को कमजोर कर रहे हैं. भाईचारे, शांति और सद्भाव के माध्यम से प्रगति का मार्ग प्रशस्त होता है. आइए, न्यायप्रिय और समावेशी भारत को सुरक्षित करने के लिए साथ खड़े होते हैं.’’ वहीं दूसरी ओर जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) प्रशासन ने कहा कि परिसर में किसी भी तरह की हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और छात्रों को ऐसी किसी भी घटना में शामिल नहीं होना चाहिए जिससे शांति एवं सद्भाव भंग हो।
क्या था पूरा मामला-
विश्वविद्यालय के कावेरी छात्रावास में वामपंथी छात्र संगठनों और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से संबद्ध दो समूहों के बीच ‘मेस’ में रामनवमी पर कथित तौर पर मांसाहारी भोजन को लेकर रविवार को झड़प हो गई थी।