संयुक्त किसान मोर्चा के अध्यक्ष राकेश टिकैत ने MSP की गारंटी नहीं मिलने पर आगामी चुनाव में भाजपा का बहिष्कार करने की बात कही थी, जिसके बाद गुरुवार को संयुक्त किसान मोर्चा ने चुनाव लड़ने से मना कर दिया है लेकिन उनके तमाम साथी बीजेपी के खिलाफ चुनावी राज्यों में खुलकर प्रचार करने जा रहे हैं।
बता दे कि, संयुक्त किसान मोर्चा लोगों से अपील कर रही है कि यूपी की जनता बीजेपी को सजा दे, उनके खिलाफ वोट डाला जाए। राकेश टिकैत जल्दी ही उत्तर प्रदेश में जल्द ही बीजेपी के खिलाफ प्रचार शुरू करेंगे। इस सब के अलावा राकेश टिकैस से लेकर योगेंद्र यादव तक, हर नेता ने बजट को किसान विरोधी बताया और बीजेपी को घेरने का काम किया।
क्या है SKM की विरोध प्रक्रिया-
प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राकेश टिकैत ने बोला कि, यूपी में बड़ी रैलियों को लेकर हम जल्द कोई फैसला लेने वाले हैं. उन्होंने ये भी ऐलान कर दिया कि यूपी और उत्तराखंड में लोगों के बीच पर्चे बांटे जाएंगे. उन्हें इस बात से अवगत करवाया जाएगा कि बीजेपी ने अपने वादे पूरे नहीं किए. सभी से अपील की जा रही है कि अपने विधायक, अपने नेता से सवाल पूछें, उनकी जवाबदेही तय करें।
क्या कहते है राकेश टिकैत?
राकेश टिकैत की माने तो केंद्र ने जो बजट पेश किया है, उसमें किसानों के लिए कुछ नहीं है। किसानों को कोरोना काल में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ था, ऐसे में उम्मीद थी कि बजट से राहत मिलेगी. लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ और किसानों के हाथ मायूसी लगी. किसानों के गन्ना भुगतान का मुद्दा उठाते हुए राकेश टिकैत ने साफ कर दिया कि देश के प्रधानमंत्री ने झूठ बोला है. कहा गया था कि 14 दिन के अंदर भुगतान होगा लेकिन यहां यूपी में 11 महीनों तक किसान के हाथ खाली रहते हैं।
किन मुद्दों पर रहेगा जोर?
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान संयुक्त किसान मोर्चा ने ये भी साफ कर दिया कि वे बीजेपी के खिलाफ प्रचार करने वाले हैं. उनके कुल 57 संगठन यूपी के हर गांव में जाएंगे और बीजेपी सरकार को सजा देने की मांग करेंगे. आरोप लगाया कि योगी सरकार ने अपने मंत्री अजय मिश्रा टेनी को बचाया है. उनके खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया गया. जानकारी दी गई है कि संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा 9 जिलों में प्रेस कॉन्फ्रेंस की जाएगी।