पणजी: गोवा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस मज़बूत दिख रही है! इस मज़बूती को बरक़रार रखने के लिए कांग्रेस नेता और सांसद राहुल गांधी एक दिवसीय दौरे पर गोवा पहुंचे, इस दौरान पार्टी के उम्मीदवार उनकी मौजूदगी में ‘वफादारी की प्रतिज्ञा’ लेंगे, इसके तहत प्रत्याशी चुनाव के बाद दलबदल नहीं करने का संकल्प लेंगे। कांग्रेस ऐसा साल 2017 के चुनाव से सबक लेते हुए कर रही है।
गौरतलब है कि, उस समय कांग्रेस ने गोवा में 40 में से 17 सीटें जीती थीं और बीजेपी ने 13 सीटें जीती थीं, लेकिन दलबदल के कारण पार्टी सरकार बनाने में विफल रही थी। कांग्रेस के विपक्ष के नेता बाबू कावलेकर, जिन्हें भाजपा ने उपमुख्यमंत्री बनाया था, के नेतृत्व में 2019 में कांग्रेस के 15 विधायक भाजपा में चले गए. पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर चुने गए 17 में से सिर्फ दो विधायक अब पार्टी के साथ हैं, इसके चलते इस बार पार्टी राज्य में लोगों को आश्वस्त करना चाहती है कि इस बार पिछली बार जैसी स्थिति नहीं होगी।
बजट सत्र के चलते 2 को नहीं पहुंचे गोवा-
राहुल गांधी पहले 2 फरवरी को गोवा आने वाले थे, लेकिन संसद में बजट सत्र और रायपुर में शहीदों के स्मारक के शुभारंभ की उनकी यात्रा के कारण उनकी गोवा यात्रा स्थगित कर दी गई थी। राहुल गांधी अपने इस दौरे के दौरान पर्यटन क्षेत्र के प्रतिनिधियों, आंगनवाड़ी कर्मचारियों और अन्य लोगों के साथ भी बातचीत करेंगे. वह सदा, मोरमुगाओ में घर-घर जाकर प्रचार करेंगे और आज बाद में उम्मीदवारों से मुलाकात करेंगे।