7वां अंतराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर लोग जगहों जगहों पर योगा करते हुए नज़र आ रहे हैं. इसके साथ ही आज के दिन प्रधानमंत्री ने भी देश को संबोधित करते हुए कहा है कि कोरोना काल में लोगो के लिए योग ही उम्मीद की किरण बना है.
आज योग दिवस के अवसर पर मोदी सरकार ने कहा है कि दो साल से योग के लिए भले ही कोई भी सार्वजनिक कार्यक्रम नही हुआ है लेकिन योग के प्रति लोगो का उत्साह कम नही हुआ है. बल्कि कोरोना में थीम ‘योगा फॉर वेल्नेस’ ने लोगों में योग के प्रति लगाव को और भी बढ़ाया है.
इसके अलावा उन्होंने कहा है कि, कोरोना से पूरी विश्व लड़ रहा है ऐसे में लोगो का रुझान योग के प्रति पहले से और ज्यादा बढ़ा है. भले ही बड़े देशों के लिए उनका योगा दिवस सांस्कृतिक दिवस नही है फिर भी लोग इसका अनुसरण कर रहें हैं. इस मुश्किल समय में योग सुरक्षा की तरह काम कर रहा है.
गौरतलब है कि मोदी ने संबोधन करते हुए कहा है कि कोरोना के बीच योग आत्मबल का बड़ा माध्यम बना है. इसके अलावा योग पर दुनिया में साइंटिफिक रिसर्च की जा रही है. कोरोना के खिलाफ लड़ाई के लिए योग बच्चों को तैयार कर रहा है. M-योग ऐप से दुनिया को फायदा होगा. योग में ही सबका समाधान हैं.