KNEWS DESK- बदायूं के उसावां स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय कन्या, उसहैत (विकासखंड उसावां) में पढ़ने वाली कक्षा 6 की छात्रा वैष्णवी मिश्रा को लेकर एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। छात्रा और उसके परिजनों ने स्कूल की दो महिला शिक्षिकाओं सविता और फराह पर धार्मिक प्रतीकों को लेकर दबाव डालने का आरोप लगाया है। आपको बता दें एक सप्ताह पूर्व हुए एडमिशन के बाद छात्रा स्कूल केवल चार दिन गई थी, इसी दौरान परिजनों का आरोप है कि शिक्षिकाओं ने छात्रा से कहा कि वह माथे पर पूजा का टीका और हाथ में कलावा बांधकर स्कूल न आए।

जो करना है कर लो, नियम नहीं बदलेंगे
छात्रा के भाई हिमांशु मिश्रा ने दावा किया कि जब उन्होंने इस संबंध में शिक्षिकाओं से बात की तो उन्हें जवाब मिला कि यह स्कूल का नियम है और यह सभी पर लागू होता है। परिजनों ने अध्यापिकाओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब इस मामले की शिकायत स्कूल प्रबंधन से की गई तो उनके द्वारा कहा गया कि जो करना है कर लो, नियम नहीं बदलेंगे। वहीं इस प्रकरण से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें छात्रा स्कूल में लागू इस कथित नियम की आपबीती सुना रही है। वायरल वीडियो और परिजनों की शिकायत पर बदायूं बीईओ ने जांच समिति बनाते हुए तीन दिन के भीतर रिपोर्ट देने को कहा है।
शिक्षिकाओं ने भलाई के लिए कहा होगा- प्रधानाचार्य
इस घटना के बाद प्रिंसिपल तैयब अली ने कहा कि जिस दिन ये घटना हुई, उस दिन मेरी छुट्टी थी। आज तक विद्यालय के स्टाफ या मेरे द्वारा किसी को इस काम के लिए मना नहीं किया गया है। आज से पहले कभी इस मामले में शिकायत नहीं आई थी। अगर शिक्षिकाओं ने कहा होगा तो उसकी भलाई के लिए कहा हो, लेकिन उसे अलग तरीके से ले लिया गया हो।