उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में एक लुटेरी दुल्हन की चर्चा खास है| हालांकि अब वह वाराणसी कैंट जीआरपी पुलिस के शिकंजे में है| लुटेरी दुल्हन गोरखपुर की रहने वाली है और इस गैंग के तार वाराणसी तक जुड़े हुए हैं| नकली शादी कर ये दूल्हे को शिकार बनाकर लूट की वारदात को अंजाम देती थी, फ़िलहाल अब ये दुल्हन सलाखों के पीछे जा है|
दरअसल ये कहानी सुनने और देखने में तो बिल्कुल फिल्मी लगती है, लेकिन| पुलिस के गिरफ्त में गुलाबी रंग का स्वेटर और मुंह पर दुपट्टा बांधे हुए खड़ी लड़की का नाम गुड़िया यादव है, जो कि गोरखपुर की रहने वाली है| इस गिरोह में चंदौली की एक महिला रेखा और चंदा समेत दो युवक जितेंद्र और छोटू शामिल हैं| लुटेरी दुल्हन के लिए ये पूरा सदस्य दूल्हा तलाशता है| ज्यादातर ये गैंग दूर दराज रहने वाले परिवारों को निशाना बनाते हैं| जैसे राजस्थान और हरियाणा के आस पास के शहरों के परिवार| ऐसे परिवार इनके निशाने पर होते हैं और जैसे ही किसी परिवार का लड़का इनके झांसे में फंसता है, तो फिर ये शातिर दुल्हन लड़के से नकली शादी कर उसको नशीला पदार्थ खिलाकर लूट लेती है| शिकार दूल्हे को जब तक इसका पता चलता है तब तक पूरा गैंग गायब हो चुका रहता है|
जीआरपी इंस्पेक्टर हेमंत कुमार सिंह ने बताया कि “इस बार गैंग का शिकार राजस्थान के अजमेर जिले का माहेश्वरी परिवार बना, जोकि फरवरी के पहले सप्ताह में वाराणसी में घूमने आया था| विश्वनाथ धाम के दर्शन कर वो मैदागिन स्थित कम्पनी बाग में आराम फरमाते हुए अपने बेटे अंकित की शादी की बात कर रहे थे| इस बीच गिरोह का सदस्य जितेंद्र इनकी बात सुनता है और एक सुंदर लड़की से इनके लड़के का शादी करवाने का वादा करता है| इसके साथ ही मोबाइल पर लड़की लुटेरी दुल्हन और उनके परिवार से पीड़ित परिवार की बात करवाता है| इस बात के बाद परिवार को विश्वास में लेते हुए चंदौली ले जाकर चंदा के घर पर लड़की को दिखाने की रस्म पूरी करवाता है| राजस्थान परिवार को लड़की गुड़िया पसंद आती है. लड़की पसंद आने के बाद 200 रुपये देकर छेका कर लेते हैं|
जीआरपी इंस्पेक्टर ने बताया कि “लड़के वालों को जब लड़की पसंद आ गई, तो उन्होंने शादी की बात की| इसके बाद लुटेरी दुल्हन के सदस्यों ने शादी की तारीख 5 फरवरी को फिक्स कर दी| यही नहीं, 5 फरवरी को चंदौली में ही चंदा के घर पर शादी की रस्म भी पूरी की गई| शादी होने के बाद 6 फरवरी को दुल्हन के साथ परिवार मरुधर एक्सप्रेस से जयपुर जाने के लिए रवाना हुआ|
शादी के पहले रस्म के नाम पर लड़के वालों के परिवार से ऑनलाइन 90 हजार व लड़की के लिए गहने ले लिए थे| इसके बाद लुटेरी दुल्हन ने पीड़ित दूल्हे को ट्रेन में ही अपना शिकार बनाया| गिरोह के पांचवें और आखिरी सदस्य छोटू ने अपनी जिम्मेदारी निभाई| छोटू लुटेरी दुल्हन के परिवार का रिश्तेदार बनकर उनके साथ ट्रेन में बैठ गया और जौनपुर में नमकीन व चाय में नशीला पदार्थ मिलाकर पूरे परिवार को बेहोश कर दिया| इसके बाद कानपुर में लुटेरी दुल्हन और उसके साथी स्टेशन से उतर कर वापस वाराणसी आ गए और वाराणसी से गोरखपुर के लिए रवाना होने की तैयारी करने लगे| इस बीच शिकायत के बाद जीआरपी पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया|
वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन से गुड़िया और उसके साथी गोरखपुर जाने के लिए रवाना हो रहे थे, लेकिन तब तक वाराणसी जीआरपी कैंट को होश में आने के बाद राजस्थान के पीड़ित परिवार ने अपनी आपबीती बता दी थी| इसके बाद सक्रिय हुई पुलिस ने गुड़िया और उसके साथी को दबोच लिया| पुलिस के गिरफ्त में आने के बाद लुटेरी दुल्हन गुड़िया ने बताया कि “वह और उसका गैंग अब तक तीन बार दुल्हन बनकर लूटपाट कर चुके हैं|”