KNEWS DESK- मध्यप्रदेश सरकार में स्वास्थ्य राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल एक बार फिर विवादों के घेरे में आ गए हैं। इस बार उनका विवाद ग्वालियर के एक रेस्टोरेंट से हुआ है। दरअसल ग्वालियर प्रवास के दौरान ग्वालियर के एक रेस्टोरेंट स्वास्थ्य राज्यमंत्री नरेन्द्र शिवाजी पटेल डिनर करने पहुंचे। इस दौरान रेस्टोरेंट में भीड़ थी और सारी टेबल पर लोग खाना खा रहे थे। मंत्री जी को टेबल मिलने में देर हुई तो भड़के मंत्री ने रेस्टोरेंट के स्टाफ के साथ बदसलूकी करना शुरू कर दिया। पहले तो होटल स्टाफ ने मामले में हस्तक्षेप करते हुए मंत्री से माफी मांगी पर मंत्री ने उनके साथ और बतमीजी करनी शुरू कर दी, जिसका होटल स्टाफ ने विरोध किया। विरोध से नाराज मंत्री ने मौके पर खाद्य विभाग की टीम को बुलाकर रेस्टोरेंट की जांच करवा दी और होटल बंद कराने की धमकी देने लगे।
रेस्टोरेंट के बचाव में आया चैंबर ऑफ कामर्स (COC)
मंत्री द्वारा अभद्रता और खाद्य विभाग से जांच कराने की जानकारी रेस्टोरेंट प्रबंधन ने चैंबर ऑफ कामर्स (COC) के पदाधिकारियों को दी। मंत्री के खिलाफ जानकारी मिलते ही चैंबर ऑफ कामर्स (COC) रेस्टोरेंट के बचाव में उतर आया और एकजुट होते हुए मंत्री के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगा।
मंत्री के बेटे पर भी लग चुका है दबंगई का आरोप
मार्च 2024 में मंत्री पटेल के बेटे, अभिज्ञान पटेल पर भोपाल में एक दंपति के साथ मारपीट और धमकाने का आरोप लगा। घटना के दौरान अभिज्ञान ने कथित रूप से कहा, “मेरे पिता मंत्री हैं, मेरा क्या बिगाड़ लोगे?” इस मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज की और चार पुलिसकर्मियों को लापरवाही बरतने के आरोप में सस्पेंड किया गया। मंत्री पटेल स्वयं थाने पहुंचे और पुलिस के रवैये पर नाराज़गी जताई।
मंत्री ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को किया खारिज
मंत्री पटेल ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उनका रेस्टोरेंट में जाना एक नियमित निरीक्षण का हिस्सा था। उन्होंने बताया कि फूड सेफ्टी विभाग की टीम ने रेस्टोरेंट से खाद्य सामग्री के सैंपल लिए, जिनमें से एक खाद्य तेल का सैंपल स्पॉट टेस्टिंग में फेल हुआ। मंत्री ने स्पष्ट किया कि वे मिलावट के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहे हैं और यह निरीक्षण उसी अभियान का हिस्सा था।