SURESH SAVITA- राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन मधुकर भागवत सोमवार को कारवालोनगर पहुंच नवनिर्मित प्रदेश के पहले संघ भवन केशव भवन का उद्घाटन किया। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) मोहन भागवत पांच दिवसीय कानपुर दौरे पर आये हैं। अपने पांच दिवसीय दौरे के दौरान वह संघ से जुड़े प्रचारकों के साथ बैठक कर रणनीति तय करेंगे और अक्टूबर में होने वाले संघ के शताब्दी वर्ण की रणनीति तैयार कर कार्ययोजना पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
आपको बताते चलें कि संघ प्रमुख मोहन भागवत शनिवार शाम 7ः10 पर ट्रेन से कानपुर सेन्ट्रल पहुंचे। कानपुर आगमन पर कानपुर सेन्ट्रल पर कानपुर क्षेत्र के बड़े नेताओं ने पहुंचकर उनका स्वागत किया। संघ से जुड़े पदाधिकारियों के अनुसार सोमवार को उद्घाटन के बाद शाम को वह क्षेत्र, प्रांत, विभाग, जिला प्रचारकों के साथ बैठक कर सेवा, समरसता, पर्यावरण के क्षेत्र में किए जाने वाले कार्यों पर भी चर्चा करेंगे। इस चर्चा में वो घर-घर तुलसी वितरण, प्लास्टिक के प्रयोग से होने वाली हानियों पर भी बातचीत करेंगे। मोहन भागवत 15 तथा 16 अप्रैल को संघ के छह आयाम में से एक सेवा विभाग के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे। इसके बाद 15 को ही कोयला नगर और 16 को निराला नगर की शाखा में शामिल होने जाएंगे। 17 को संघ की प्रांत कार्यकारिणी के साथ संघ शताब्दी वर्ष में संघ पंच परिवर्तन को लेकर चर्चा की जाएगी।
भवन निर्माण कार्य में लगे कर्मचारियों, मिस्त्रियों का किया सम्मान
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने केशव भवन निर्माण में लगे कर्मचारियों, मिस्त्रीयों का सम्मान किया। भारत माता की मूर्ति बनाने वाले कलाकार राजीव सिंह व भवन का निर्माण करने वाले मिस्त्री व मजदूर विजय कुमार, पुष्पा, रंजीत कुमार, तारा का मोहन भागवत का सम्मान किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि हम आपसी मतभेद में उलझ गए जिसका फायदा विदेशी आक्रांता ने उठाया भारत को लूट और पीटा भी है। संघ का कार्य समाज का है।
जो अपने आपको हिंदू कहता है उससे पूछा जाएगा कि भारत के लिए किया क्या?
सर संचालक मोहन भागवत ने कहा कि जो अपने आप को हिंदू कहता है उनकी जवाबदेही बनती है और उनसे पूछा जाएगा कि उन्होंने भारत के लिए क्या किया? हिंदू समाज को इसके लिए तैयार करना है। भारत में हिंदू समाज के संगठन का कार्य संघ कर रहा है। बाबा साहब को जीवन में बड़ी विषमताओं का सामना करना पड़ा। बचपन से विषमता का सामना किया। उन्होंने जीवन भर हिन्दू समाज को एकत्र करने के लिया प्रयास किया।
ये सौभाग्य है कि आज बाबा साहब के जन्मदिवस पर केशव भवन का उद्घाटन हो रहा है। डॉ. आंबेडकर जब महाराष्ट्र में कराड़ में शाखा में जब शामिल हुए तो उन्होंने कहा था कि कुछ बातों में हमारे संघ के बीच मतभेद है, फिर भी मैं इसमें आत्मीयता देखता हूं।