KNEWS DESK- अपने प्रेमी से शादी करने की तड़प ने एक हंसते-खेलते परिवार को उजाड़ दिया। शादी के 15 दिन बाद ही अपने पति की हत्या करवाने वाली हत्यारिन दुल्हन के कारनामे और हत्या करने के तरीके से पूरा देश दंग है। जहां एक तरफ मेरठ में सौरभ हत्याकांड में मुस्कान और उसके प्रेमी ने षड्यंत्र रचकर अपने पति को मौत के घाट उतारा था और राजस्थान के जयपुर में भी पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति की हत्या कर दी थी।
एक हफ्ते के भीतर ही प्रेमी के साथ मिलकर पत्नी द्वारा अपने ही पति की हत्या की तीसरी वारदात सामने आई है। औरेया निवासी रसूखदार दिलीप की हत्या उसकी ही पत्नी ने शादी के 15 दिन के भीतर करके देश को सकते में डाल दिया है। दरअसल मामला 19 मार्च का है। औरेया के सहार थाना क्षेत्र के पलिया गांव में पुलिस को एक गंभीर रूप से घायल युवक के मिलने की जानकारी मिली। मौके पर पहुंची पुलिस ने युवक को अस्पताल में भर्ती करवाया। इलाज के तीसरे दिन युवक की मौत हो गई।
दिलीप की शादी 04 मार्च को मैनपुरी के भोगांव की प्रगति यादव से हुई थी। पति की मौत के बाद रो-रोकर प्रगति का बुरा हाल था। घर वाले और रिश्तेदार प्रगति को समझाने का प्रयास कर रहे थे और प्रगति के भाग्य को भी कोस रहे थे कि शादी के 15 दिन बाद की पति की मौत के बाद प्रगति पुरा जीवन एक विधवा के रूप में कैसे बिताएगी। इसी बीच युवक की हत्या का आरोपी रामजी उर्फ चौधरी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उसके खुलासे के बाद प्रगति के भविष्य की चिंता कर रहे परिवार और रिश्तेदारों के पैरों से जमीन खिसक गयी कि पति की हत्या की जिम्मेदार खुद उसकी ही पत्नी है

विधवा होने के बाद देख रही थी प्रेमी से शादी के सपने
प्रगति मैनपुरी के भोगांव की रहने वाली है उसी गांव में अनुराग भी रहता था। काफी समय पहले प्रगति और अनुराग में प्रेम-प्रसंग हो गया। प्रगति अनुराग के प्यार में इतनी पागल थी कि उसे पाने के लिए कुछ भी कर गुजरने को तैयार थी। उसके प्रेम प्रसंग की जानकारी घर वालों को हुई तो घर वालों ने इसका विरोध कर दिया, पर प्रगति मानने को तैयार नहीं थी। घर वालों ने प्रगति की शादी अपनी बड़ी बेटी के देवर दिलीप से तय कर दी और शादी की तारीख 04 मार्च तय हुई।
प्रेमी से न मिल पाने के लिए तड़प उठी प्रगति
प्रगति अनुराग को इस कदर प्यार करती थी कि शादी के अगले दिन जब वो ससुराल में थी तो वो बैचेन हो उठी। इस बात का खुलासा खुद प्रगति ने पुलिस पूछताछ में किया। प्रगति ने बताया कि शादी के अगले दिन प्रेमी से दूरी बर्दास्त नहीं हो रही थी। शादी कि बाद जब चौथी में अपने मायके गई और अनुराग से मिली तब ही दोनों ने दिलीप को रास्ते से हटाने और खुद शादी करने का प्लान बनाया।

मुंह दिखाई में मिली रकम से दी सुपारी
दिलीप रसूखदार परिवार से था और घर में पैसों की कोई कमी नहीं थी दिलीप ने प्रगति को शादी के बाद मुंह दिखाई में 2 लाख रूपये दिए थे, जिसे लेकर प्रगति चौथी में अपने मायके आई और पैसे अनुराग को देकर दिलीप को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया।

अनुराग के करीबी ने उपलब्ध कराया था शूटर
चूंकि अनुराग का कोई आपराधिक इतिहास नहीं था और अपराधियों से उसकी कोई जान-पहचान नहीं थी। उसने हत्याकांड को अंजाम देने के लिए अपने करीबी से सलाह मांगी। जिस पर अनुराग के करीबी ने हाल में जेल से गैंग्सटर रामजी उर्फ चौधरी से मिलवाया। इस हत्याकांड में शूटर रामजी से दो लाख में डील पक्की हुई। डील पक्की होने के बाद रामजी ने दिलीप की रेकी की और मौका देखते ही 19 मार्च को दिलीप को मौत के घाट उतारने के लिए हमला किया पर दिलीप बच गया पर इलाज के तीसरे दिन मौत हो गई।