KNEWS DESK : ऑनलाइन वर्किंग ने इतनी सुविधा दी हैं कि सभी लोग ऑनलाइन सामान खरीदना पसंद करते हैं| यदि आप कोई भी चीज ऑनलाइन खरीदते हैं तो आपको अपना फोन नंबर जरुर रजिस्ट्रेट करना पड़ता है|अब ऐसे में कोई भी आपका फोन नंबर का गलत यूज कर सकता है| हाल ही में ऐसा ही कुछ कनिष्ठा दधिची नाम की एक महिला के साथ हुआ उन्होंने इस पूरे मामले को ट्विट के माध्यम से साझा किया है| उन्होंने बताया कि उन्होंने ऑनलाइन डोमिनोज से एक पिज्जा मंगाया था| इसके बाद नंबर के जरिए हुआ कुछ गलत
कनिष्ठा ने बताया कि पिज्जा मंगाने के अगले दिन उसे डिलिवरी बॉय का मेसेज आया|इसमें उसने लिखा था- ‘सॉरी मेरा नाम कबीर है, कल मैं आपके यहां पिज्जा देने आया था| मैं वही हूं| मैं आपको पसंद करता हूं|
कनिष्ठा ने डिलीवरी बॉय इस मेसेज का स्क्रीनशॉट लेकर सोशल मीडिया पर शेयर किया साथ ही उसने कैप्शन में लिखा- मैं पूछना चाहती हूं कि क्या किसी डिलीवरी बॉय को इसलिए भेजा जाता है ताकि वह कस्टमर के नंबर और एड्रेस का गलत उपयोग करे| अगर ये लड़का मुझे पसंद करता भी है तो क्या कंपनी के जरिए फोन नंबर का दुरुपयोग ठीक है…?
I want to ask if this is ethical to send a delivery guy so that he could get anyone's number and address.
Even if he liked me, this is not the way to confess. It means he has misused the number given to the company for delivery purposes.@dominos @dominos_india
— kanishka 🇮🇳 (@KanishkaDadhich) June 30, 2023
डोमिनोज की तरफ से शिकायत को नजरअंदाज करने पर कस्टमर कनिष्ठा ने वहां की भी चैट का स्क्रीनशॉट शेयर किया साथ ही कहा कि चैट पर इसका नाम कबीर है और डोमिनोज स्टोर में मन्नू, वहीं ईमेल एड्रेस में इसका नाम कबीर बबलू है, आप समझ सकते हैं अलग-अलग नामों के साथ ये लड़का क्या कर रहा है| मामला उत्तर प्रदेश का है|ऐसे में ट्वीट के जवाब में पुलिस हेल्पलाइन नंबर 112 ने उन्हें उम्मीद देते हुए कहा कि चिंता न करें, आपातकालीन सहायता तुरंत पहुंच रही है… उचित कार्रवाई की जाएगी|
Thank you 🙏 pic.twitter.com/69LXbgAsP8
— kanishka 🇮🇳 (@KanishkaDadhich) June 30, 2023
कनिष्का ने पुलिस अधिकारियों के साथ अपनी वार्तालाप का भी स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए लिखा कि धन्यवाद|इस दौरान एक अपडेट में उन्होंने बताया कि डोमिनोज ने अपने डिलीवरी एक्जीक्यूटिव के बारे में जानकारी साझा करने से इनकार कर दिया, जिससे मामला बढ़ गया और उन्हें उपभोक्ता न्यायालय का दरवाजा खटखटाकर कानूनी कार्रवाई करनी पड़ी है|