SHIV SHANKAR SAVITA- उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में प्रेस वार्ता कर अखिलेश ने जाति जनगणना पर अपने विचार रखे। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि देश में 90 फीसदी लोग पीडीए के हैं। ये लोग अगर साथ आ जाते हैं तो जीत सौ फीसदी पक्की है। प्रेस कांफ्रेंस में अखिलेश यादव ने सरकार से अपील की है कि जातीय जनगणना ठीक से कराएं। अखिलेश यादव ने आगे कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने जाति जनगणना कराने का जो फैसला लिया है यह खुशी की बात है। सरकार सामाजिक न्याय की दिशा में कुछ आगे बढ़ी है। ये तो शुरुआत है। यहां से सामाजिक न्याय की शुरुआत होती है। उन्होंने कहा कि चुनाव में अब धांधली न करें। ठीक तरह से जातीय जनगणना कराएं, सरकार गड़बड़ी न करे। ये लोग कुछ भी कर सकते हैं। अखिलेश यादव बृहस्पतिवार को मीडिया को संबोधित कर रहे थे।
देश संविधान से चलता है विधान से नहीं- अखिलेश
प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि देश संविधान से चलता है मन विधान से नहीं। आज सरकार जाति जनगणना के लिए तैयार हो गई है। अब निजी संस्थाओं में नौकरी पर बहस चलेगी। श्रमिक कई चुनौतियों से जूझ रहे हैं। अलग-अलग तरह के बाजार में श्रमिक हैं। भाजपा राज में सभी की चुनौतियां एक जैसी हैं। हमें आपको मशीन समझा जाता है। उत्पीड़न हो रहा है। आउटसोर्स किया जा रहा है। मजदूरी में भी कमीशनखोरी हो गई। देश का डाटा निकालें तो 99 फीसदी मजदूर पीडीए (पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक) के होंगे। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मजदूर दिवस के मौके पर श्रमिकों को बधाई दी।
सरकारी वेबसाइट से आकंड़े लिए और ग्राफ पेश किया तो सरकार को बुखार आ गया
अखिलेश यादव ने आगे कहा कि आज के दिन शंख बजा है तो परिवर्तन होना तय है। पीडीए हेल्पलाइन के बाद पीडीए डेटा सेंटर बना देना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमने सरकारी वेबसाइट से आकंड़े लिए और ग्राफ पेश किया तो सरकार को बुखार आ गया। खुद सामने न आकर अपने अधिकारी को आगे किया जो रिटायर होने वाले हैं। बहुत से जिले हैं जहां हमने डाटा जुटा लिया है जो बहुत शॉकिंग हैं।