उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट, उत्तराखंड में महिला अपराध पर सियासत एक बार फिर गरमा गई है। कांग्रेस ने राज्य में बढ़ते महिला अपराधों के खिलाफ राज्य सरकार के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया है। महिला कांग्रेस ने हल्द्वानी के बाल संरक्षण गृह में नाबालिक के साथ हुए दुष्कर्म के साथ ही ऋषिकेश में विनीता भंडारी हत्याकांड, अंकिता भंडारी हत्याकांड समेत महिला सुरक्षा के तमाम मुद्दों को लेकर प्रदर्शन किया है। प्रदर्शकारियों ने सरकार पर दोषियों को बचाने का आरोप लगाया है। आपको बता दें कि हल्द्वानी में बाल संप्रेक्षण गृह में रह रही किशोरी के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है….हल्द्वानी पुलिस ने इस मामले में संस्थान की ही दो महिला कर्मचारियों समेत अन्य के खिलाफ पॉक्सो समेत गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है….वहीं इस मामले में बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने संज्ञान लेते हुए विभागीय जांच कराने और दीपा आर्या, अनुसेवक, जिला शरणालय एंव प्रवेशालय, हल्द्वानी को आरोपों के आधार पर निलंबित किया है। बता दें कि इस मामले का खुलासा तब हुआ जब बीते दिनों संरक्षण गृह के निरीक्षण को पहुंचीं एक न्यायिक अधिकारी को नाबालिग ने अपनी पीड़ा बताई, तहरीर के मुताबिक, संरक्षण गृह की दो महिला कर्मचारी 15 वर्षीय नाबालिग को केंद्र से बाहर दूसरी जगह किसी मकान में ले जाती थीं, जहां उसके साथ दुष्कर्म होता था। विरोध करने पर उसे धमकाया जाता था और मारपीट भी की जाती थी….वहीं सरकार का कहना है कि मामले की जांच चल रही है जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी….वहीं तमाम सरकारी-गैर सरकारी प्रयासों के बाद भी उत्तराखंड में महिला अपराध साल दर साल बढ़ता जा रहा है। हाल ही में एनसीआरबी की ताजा रिपोर्ट में ये बात सामने आई है। इसके तहत वर्ष 2022 में प्रदेश में महिला अपराध का ग्राफ वर्ष 2021 के मुकाबले 26 प्रतिशत ऊपर पहुंच गया। एनसीआरबी की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2021 में महिला अपराध के 3431 मामले सामने आए थे, जबकि वर्ष 2022 में यह संख्या बढ़कर 4337 पहुंच गई, यानी एक वर्ष में 906 मामलों की बढ़ोतरी हुई है। इससे पहले वर्ष 2020 में 2846 मामले सामने आए थे…लगातार बढ़ रहे मामले चिंता को बढ़ा रहे हैं साथ ही महिला सुरक्षा के दावों की भी पोल खोल रहे हैं
देवभूमि उत्तराखंड में राज्य की कानून व्यवस्था पर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं। विपक्ष ने राज्य में बढ़ते महिला अपराधों को लेकर सरकार की घेराबंदी तेज कर दी है। इसी के तहत महिला कांग्रेसियों ने राज्य सरकार के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया है। महिला कांग्रेस ने हल्द्वानी के बाल संरक्षण गृह में नाबालिक के साथ हुए दुष्कर्म के साथ ही ऋषिकेश में विनीता भंडारी हत्याकांड, अंकिता भंडारी हत्याकांड समेत महिला सुरक्षा के तमाम मुद्दों को लेकर प्रदर्शन किया है। प्रदर्शकारियों ने सरकार पर दोषियों को बचाने का आरोप लगाया है। वहीं इस मामले में बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने विभागीय जांच कराने के निर्देश दिए हैं इसके साथ ही दीपा आर्या, अनुसेवक, जिला शरणालय एंव प्रवेशालय, हल्द्वानी समेत अन्य कर्मचारियों पर कार्रवाई की है। वहीं इस मामले का खुलासा तब हुआ जब बीते दिनों संरक्षण गृह के निरीक्षण को पहुंचीं एक न्यायिक अधिकारी को नाबालिग ने अपनी पीड़ा बताई, पीडिता के बयान के बाद पुलिस में तहरीर दी गई तहरीर के मुताबिक, संरक्षण गृह की दो महिला कर्मचारी 15 वर्षीय नाबालिग को केंद्र से बाहर दूसरी जगह किसी मकान में ले जाती थीं, जहां उसके साथ दुष्कर्म होता था। विरोध करने पर उसे धमकाया जाता था और मारपीट भी की जाती थी….वहीं कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य का कहना है कि मामले की जांच चल रही है जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी….
वहीं राज्य में तमाम सरकारी और गैर सरकारी प्रयासों के बाद भी महिला अपराध साल दर साल बढ़ता जा रहा है। हाल ही में एनसीआरबी की ताजा रिपोर्ट में ये बात सामने आई है। इसके तहत वर्ष 2022 में प्रदेश में महिला अपराध का ग्राफ वर्ष 2021 के मुकाबले 26 प्रतिशत ऊपर पहुंच गया। एनसीआरबी की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2021 में महिला अपराध के 3431 मामले सामने आए थे, जबकि वर्ष 2022 में यह संख्या बढ़कर 4337 पहुंच गई, यानी एक वर्ष में 906 मामलों की बढ़ोतरी हुई है। इससे पहले वर्ष 2020 में 2846 मामले सामने आए थे…लगातार बढ़ रहे मामले चिंता को बढ़ा रहे हैं साथ ही महिला सुरक्षा के दावों की भी पोल खोल रहे हैं…
कुल मिलाकर राज्य में बदहाल कानून व्यवस्था के साथ ही महिलाओं पर बढ़ते अपराधों के बाद राज्य में सियासत गरमा गई है। वहीं एनसीआरबी की रिपोर्ट में सरकार के महिला सुरक्षा के दावों की भी पोल खुल गई है। एनसीआरबी के आंकड़ों से साफ है कि साल दर साल महिला अपराध के आंकड़ों में इजाफा हुआ है। ऐसे में देखना होगा कि आखिर कबतक राज्य की कानून व्यवस्था में सुधार देखने को मिलता है