KNEWS DESK- पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा शिरडी में दिए गए बयान पर एनसीपी चीफ शरद पवार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पलटवार कर कहा कि पीएम को अपने संवैधानिक कद को ध्यान में रखते हुए बयान देना चाहिए| पीएम का पद बहुत महत्वपूर्ण होता है|
शरद पवार ने कहा- मुझे नहीं पता कि उन्होंने मुझे क्यों टारगेट किया लेकिन मुझे लगता है कि उन्होंने ऐसा इसलिए कहा क्योंकि उनको ठीक से जानकारी नहीं दी गई होगी| जो भी पीएम मोदी ने मेरे बारे में कहा, मैं उसका जवाब पीएम के पद की मर्यादा को ध्यान में रखकर दूंगा|
आपको बता दें कि शरद पवार 2004-2014 के बीच यूपीए के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार में कृषि मंत्री थे| वहीं, महाराष्ट्र में एक कार्यक्रम के समय बिना नाम लिए शरद पर तंज कसते हुए पीएम मोदी ने कहा था कि बीजेपी नीत सरकार सक्रिय रूप से किसानों को सशक्त बना रही है, जबकि कुछ लोग किसानों का प्रतिनिधित्व करने की आड़ में राजनीतिक गतिविधियों में लिप्त थे|
शरद पवार का कहना है, हार के डर से हो सकता है पीएम मोदी ने ऐसा बयान दिया है| पवार ने कहा, पीएम मोदी वहां साईं बाबा के दर्शन के लिए गए थे, वहां शरद पवार के दर्शन करने की क्या जरूरत थी| अगर आप राष्ट्र स्तरीय तस्वीर देखें, जहां कई राज्य हैं जहां बीजेपी सत्ता में नहीं है या फिर उनकी सरकार दूसरी पार्टियों को कुचलकर बनाई गई है| जहां कहीं भी बीजेपी की सरकार है, वे कमजोर स्थिति में हैं| यह कमजोरी और सत्ता खोने का भय है, जिसके कारण उन्हें ऐसा बयान देना पड़ रहा है|
शरद पवार ने इस दौरान ये भी बताया कि 10 साल के यूपीए सरकार के दौरान उन्होंने कृषि मंत्री के रूप में संकट की स्थिति का सामना किया था| पवार ने कहा, मैं शिरडी में पीएम मोदी द्वारा दिए गए बयान को लेकर स्पष्ट रुख अपनाना चाहता हूं| मैं 2004 से 2014 के बीच कृषि मंत्री रहा| कृषि मंत्री के तौर पर पहले दिन से मैं संकट की स्थिति का सामना कर रहा था|