KNEWSDESK- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में शहीद पुलिसकर्मियों को नमन किया । इस दौरान कानून व्यवस्था, शांति – सौहार्द बनाए रखने में पुलिस बल की सराहना की । पुलिसकर्मियों के लिए कई ऐलान किए, वहीं शहीदों के परिवारों से मिले , उन्हें सम्मानित किया। डीजीपी को पांच लाख रुपए का मेडिकल भत्ता देने के लिए अधिकृत किया और पुलिस कर्मियों को ई – पेंशन से जोड़ने की बात की । सीएम ने कहा कि सभी पुलिस कर्मियों को ई – पेंशन से जोड़ने का निर्णय लिया गया है । इसके साथ ही इन सभी के मेडिकल भत्ते के लिए डीजीपी को अधिकृत किया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिसकर्मियों की सराहना करते हुए कहा कि हमारी सरकार अपराध तथा अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। प्रदेश में शातिर अपराधियों पर कड़ा शिकंजा कसा गया है । इसमें पुलिसकर्मियों की बड़ी भूमिका रही है । आगे कहा कि हम भी उनकी काफी मांग को पूरा कर रहें हैं । उत्तर प्रदेश पुलिस ने अत्यंत कठिन परिस्थितियों में भी प्रदेश में अपराधों पर नियंत्रण करने , कानून – व्यवस्था, चुस्त – दुरुस्त करने , शांति -सौहार्द स्थापित करने , विशेषकर मातृशक्ति की सुरक्षा में अपनी सराहनीय भूमिका निभाई है।
डीजीपी को पांच लाख रुपये तक के मेडिकल भत्ते की स्वीकृति का अधिकार
सीएम ने अधिकारियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि हमारे पास दुनिया के किसी भी राज्य का सबसे बड़ा पुलिस बल है । उत्तरप्रदेश पुलिस के शहादत का गौरवशाली इतिहास है। कर्तव्य पथ पर अपनी जान की कुर्बानी देने वाले वीर जवानों और अधिकारियों को हम सब श्रद्धाजलि अर्पित करते हैं। संकट में फंसे लोग आज भी किसी को याद करते हैं तो वो नाम पुलिस है। योगी आदित्यनाथ ने मेडिकल भत्ते के बारे में बात करते हुए कहा कि सभी पुलिकर्मियों को ई – पेंशन से जोड़ने का निर्णय लिया गया है। इसके साथ ही इन सभी के मेडिकल भत्ते के लिए डीजीपी को अधिकृत किया गया है । अब पुलिसकर्मियों के पांच लाख रुपये तक के मेडिकल भत्ते की स्वीकृति का अधिकार डीजीपी को दिया गया ।