KNEWSDESK – मुखयमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को लोकभवन में 219 प्रधानाचार्य को नियुक्ति पत्र दिए, जो सिविल सेवाओं द्वारा चयनित हुए हैं। इस कार्यक्रम में माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री गुलाब देवी, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा दीपक कुमार, शिक्षा विभाग के अधिकारी मौजूद थे| प्रधानाचार्य को रीढ़ की हड्डी बताया वहीं नकल को लेकर पिछली सरकारों पर निशाना साधा। प्रधानाचार्य को विद्यालयों में देश – दुनिया और युवा कल्याण एवं महिला कल्याण से जुड़ी सरकार की योजनाओं के बारे में जानकारी देनी की सलाह दी। इसके बाद पर्यटन के क्षेत्र में अपने योगदान को गिनाते हुए पिछली सरकारों से तुलना की|
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब तक नए शिक्षकों की नियुक्ति न हो जाए तब तक सेवानिवृत्त शिक्षकों से ही सेवाएं ली जाएं| उन्हें एक फिक्स मानदेय दिया जाए| उन्होंने आगे कहा कि पिछली सरकार में माध्यमिक शिक्षा के कॉलेज नकल के अड्डे बन गए थे, जिसमें ठेके पर नकल कराई जाती थी| पिछले छह वर्षों में इसमें सुधार हुआ है। गत वर्ष माध्यमिक शिक्षा परिषद के द्वारा संपन्न हुई हाई स्कूल और इंटरमीडिएट बोर्ड की परिक्षा देश में एक नजीर बनी है|
38 लाख करोड़ के निवेश का प्रस्ताव
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह वही उत्तर प्रदेश है, जहां पिछली सरकारों में सुरक्षा में सेंध लगती थी| प्रदेश के नागरिक अपने आपको सुरक्षित नहीं महसूस कर पाते थे| अव्यवस्था और अराजकता का वातावरण होता था| दंगे और भ्रष्टाचार यहां की पहचान थे| निवेशक प्रदेश छोड़कर जा रहे थे| हमारी सरकार ने जब सुरक्षित महौल दिया तो प्रदेश को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से 38 लाख करोड़ रुपये का निवेश का प्रस्ताव प्राप्त हुआ| इससे एक करोड़ से ज्यादा युवाओं को नौकरी मिलेगी और आगे कहा कि विगत छह वर्ष में निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से हमारी सरकार छह लाख नौजवानों को सरकारी नौकरी देने में सफल रही है। इसमें 164000 शिक्षकों की नियुक्ति हुई है।
पर्यटकों की संख्या बढ़ी
सीएम ने पर्यटन के बारे में बात करते हुए कहा कि आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत का केंद्र है। देश में सबसे ज्यादा आध्यात्मिक पर्यटन यहीं है, जिसमें भारी बढ़ोतरी हुई है। 2017 के पहले तक उत्तर प्रदेश में सिर्फ डेढ़ से दो करोड़ पर्यटक ही आते थे| आज यह संख्या बढ़कर एक वर्ष में 30 करोड़ पर्यटकों की हो चुकी है। प्रदेश में एक पर्यटक के आने से विभिन्न तरह के रोजगार सृजित होते हैं|
उन्होंने आगे कहा कि सामूहिक रूप से प्रयास किए जाएं तो उत्तर प्रदेश देश की नंबर एक अर्थव्यवस्था बन सकता है इसके हर क्षेत्र में कार्य करने वाले व्यक्ति को अपने स्तर पर कार्य करने होंगे और कहा कि उत्तर प्रदेश शिक्षा का केंद्र रहा है| आजादी के समय देश के विभिन्न राज्यों में शिक्षकों की आपूर्ति उत्तर प्रदेश करता था। हमें फिर से उस दिशा में प्रयास करते हुए अनुशासित और राष्ट्र भक्त नागरिकों की फौज खड़ी करनी होगी|