उत्तराखंड, देहरादून : आरटीओ देहरादून सुनील शर्मा पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा है। आरोप आरटीआई एक्टिविस्ट विजयवर्धन डंडरियाल ने लगाया है। आईटीआई एक्टिविस्ट विजयवर्धन डंडरियाल ने आरोप लगाया है कि आरटीओ सुनील शर्मा द्वारा अपने चहेतो को नियम विरुद्ध टेंडर दिया गया।
आरटीआई सूचना में हुआ खुलासा
आईटीआई के द्वारा सूचना मांगने पर पता चला कि अस्थाई रूप से बनाई गई चोकियों के टेंडर में गड़बड़ी पाई गई। जिसमें एक व्यक्ति को 15 लाख रुपए की कोटेशन दी गई और जीएसटी लगाकर 17 लाख 62 हजार रुपए का काम दिया गया। जबकि शासन से 19 लाख रुपए रिलीज हुए हैं। जबकि सरकार की नियमावली में कहा गया है कि ढाई लाख रुपए तक का काम सक्षम अधिकारी द्वारा किया जाएगा। अन्य कार्य पीडब्लूडी के द्वारा कराए जाएंगे। यहां पर नियमों के विरुद्ध जाकर आरटीओ सुनील शर्मा के द्वारा यह कार्य करवाए गए। इसके अलावा 19 लाख के काम में एक लाख सत्तर हजार रुपए जो शेष बचे थे उसको भी उन्होंने खर्चे में दिखाकर उसकी बंदर बांट कर ली है। जिसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए। प्रशासन को भी पत्र लिखा गया है और इसकी जांच की मांग की गई है। अगर इस पर किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की जाती तो न्यायालय की शरण लेनी होगी।