KNEWS DESK… देश की नई संसद भवन में 19 सितम्बर को महिला आरक्षण विधेयक को पेश किया गया. पेश किए गए बिल के विवरण के अनुसार यह विधेयक चुनाव क्षेत्रों का पुनर्निर्धारण होने के बाद लागू किया जाएगा. इस महिला आरक्षण विधेयक के तहत महिलाओं को लोकसभा एवं राज्य विधानसभाओं में एक तिहाई यानी 33 प्रतिशत सीटें आरक्षित करने की बात कही गई है. लेकिन इस विधेयक में अन्य पिछड़ा वर्गों (OBC) के लिए कोई कोटा नहीं दिया गया है, क्योंकि संविधान में भी वह विधायिकाओं के लिए नहीं दिया गया. जिसपर भाजपा नेता उमा भारती खुश नजर नहीं आ रही हैं. उन्होंने पीएम मोदी को एक पत्र लिखा है.
दरअसल, अब इसी महिला आरक्षण बिल को लेकर भाजपा की वरिष्ठ नेता उमा भारती खुश नहीं हैं. उमा भारती ने कहा है कि वह इस बात से निराश हैं कि लोकसभा एवं विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत सीटें आरक्षित करने वाले विधेयक में अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) की महिलाओं के लिए कोटा में जगह नहीं दिया गया है. उमा भारती ने आगे कहा कि मुझे खुशी है कि महिला आरक्षण विधेयक लोकसभा में पेश किया गया. लेकिन मुझे इस बात को लेकर कुछ हद तक निराशा हो रही है कि यह OBC महिलाओं के आरक्षण के बिना आया है. यदि हम OBC महिलाओं के आरक्षण को सुनिश्चित नहीं करेंगे, तो भाजपा से उनका विश्वास टूट जाएगा.
OBC की महिलाओं को भी मिलना चाहिए मौका-उमा भारती
जानकारी के लिए बता दें कि यह संवैधानिक संशोधन विधेयक भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा लोकसभा में पेश किया गया है. इसी संर्दभ में उमा भारती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर यह याद दिलाया है कि पिछले दिनों जब इसी तरह का विधेयक लोकसभा में पेश किया गया था, तो वह इसका विरोध करने के लिए अपनी सीट पर खड़ी हो गई थीं. जिसके बाद उस विधेयक को स्थायी समिति के पास भेज दिया गया था. उमा भारती ने कहा है कि जब OBC के लिए कुछ करने का समय आया है, तो हम पीछे हट रहे हैं. पिछड़े वर्ग की महिलाओं को भी मौका मिलना चाहिए. उनको आरक्षण के लाभ से वंचित नहीं किया जा सकता है. मुझे विश्वास है कि प्रधानमंत्री इन बातों का ध्यान रखेंगे.