राजस्थान में कांग्रेस का गुजरात माॅडल, 50 विधायकों के कट सकते हैं टिकट!

KNEWS DESK… राजस्थान में इस बार कांग्रेस भाजपा के गुजरात मॉडल पर चुनाव लड़ने की रणनीति बना रही है. इसके तहत कांग्रेस आधा दर्जन मंत्रियों समेत 45 से 50 विधायकों के टिकट काटने की तैयारी में है. 50 से अधिक सीटों पर नए चेहरों को मौका देने की रणनीति के तहत पार्टी ने दो स्तरीय सर्वे कराया है. एक सर्वे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कराया था, जबकि दूसरा पार्टी आलाकमान ने कराया था.

दरअसल आपको बता दें कि पार्टी सूत्र बताते हैं कि प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र में कार्यकर्ताओं की राय लेने के लिए भेजे गए ज्यादातर पर्यवेक्षकों ने मौजूदा विधायकों के टिकट काटने का सुझाव दिया है। सर्वे में विधायकों पर भ्रष्टाचार, जातिवाद, मनमानी, कार्यकर्ताओं से दूरी और क्षेत्र में विकास कार्यों के बजाय तबादलों में दिलचस्पी लेने का आरोप लगाया गया है. आम लोगों ने सरकार की योजनाओं की सराहना की, लेकिन विधायकों के प्रति नाराजगी व्यक्त की. ऐसे में रणनीतिकारों का मानना है कि अधिक से अधिक मौजूदा विधायकों का टिकट काटकर नए चेहरों को मौका देने से पार्टी को फायदा हो सकता है.

कांग्रेस का राजस्थान में गुजरात माॅडल

जानकारी के लिए बता दें कि गुजरात मॉडल पर चुनाव लड़ने की भाजपा की रणनीति के तहत राज्य के 25 लोकसभा क्षेत्रों में पर्यवेक्षक तैनात किए गए हैं. इनमें से ज्यादातर गुजरात के कांग्रेस विधायक और नेता हैं। दरअसल, गुजरात में पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने तीन दर्जन विधायकों के टिकट काट दिए थे. कांग्रेस अब राजस्थान में भी यही रणनीति अपनाने की योजना बना रही है. गुजरात विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस के प्रभारी थे.

राजस्थान चुनाव की हरियाणा के 25 विधायकों को सौंपी गई जिम्मेदारी

भाजपा ने हरियाणा और कांग्रेस ने गुजरात के नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी. भाजपा ने राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए हरियाणा के 25 विधायकों को जिम्मेदारी सौंपी है. ये विधायक आज यानी 19 अगस्त को राजस्थान पहुंचेंगे और अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने का काम करेंगे. हरियाणा के कई नेताओं को जाति व्यवस्था को संतुलित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा आदिवासी वोट बैंक को साधने में लगे हैं. वहीं, कांग्रेस ने गुजरात के आधा दर्जन विधायकों समेत 15 नेताओं को राजस्थान में तैनात किया है. ये नेता गुजरात से सटे उदयपुर, सिरोही, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, प्रतापगढ़ और जालोर जिलों में चुनाव प्रचार की कमान संभालेंगे.

रालोपा और शिवसेना सक्रिय

शिवसेना (शिंदे) गुट के प्रदेश प्रभारी चंद्रराज सिंघवी ने कहा कि सीट बंटवारे को लेकर भाजपा से बातचीत चल रही है. अगर बातचीत सफल नहीं हुई तो पार्टी अकेले चुनाव लड़ने में सक्षम है. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के अध्यक्ष हनुमान बेनीवाल ने शुक्रवार को जयपुर में चुनावी तैयारियों को लेकर बैठक की. फिलहाल रालोपा के पास तीन विधायक हैं.

About Post Author