KNEWS DESK- PM मोदी ने 77वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से देश को संबोधित किया। PM ने संबोधन में मणिपुर हिंसा का जिक्र किया है। संबोधन की शुरुआत में ही मोदी ने लोगों से शांति की अपील करते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों शांति की खबरें आ रही हैं। देश मणिपुर के लोगों के साथ है। जिस पर कांग्रेस ने जमकर वार किया है। कहा कि मणिपुर में शांति है तो लाल किले की जगह मणिपुर से भाषण दें।
आपको बता दें कि कांग्रेस नेता और पार्टी के मणिपुर प्रभारी भक्तचरण दास ने कहा है कि अगर शांति बहाल हो गई है तो लाल किले की जगह मणिपुर की धरती से भाषण दें। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा था कि जो काम 2 दिन में हो सकता है। उसको आज साढ़े 3 महीने हो रहे हैं। आप चाहे तो 7 दिन में कंट्रोल हो सकता था। घटना को बढ़ने क्यों दिया गया। राहुल ने आगे कहा कि “आज तक हिंसा घटी नहीं है। अगर वो बोल रहे हैं कि शांति बहाल हो गई है। तो मैं उनसे अनुरोध करूंगा कि वहां जाएं। लालकिले से भाषण देने की जगह मणिपुर की धरती पर इंफाल से खड़े होकर भाषण दें। चुराचांदपुर जाएं, वहीं के लोगों के बीच खड़े होकर भाषण दें। तब समझेंगे कि देश के प्रधानमंत्री गए हैं तो वहां शांति है। “दास ने पीएम मोदी पर जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया है। पिछले कुछ सप्ताह से नॉर्थ ईस्ट विशेषकर मणिपुर में हिंसा का दौर चला, कई लोगों को अपना जीवन खोना पड़ा। मां-बेटियों के सम्मान के साथ खिलवाड़ हुआ है लेकिन लगातार कुछ दिनों से शांति की खबरें आ रही हैं। देश मणिपुर के लोगों के साथ है। उन्होंने आगे कहा कि “मणिपुर के लोगों ने पिछले कुछ दिनों से शांति बनाए रखी है। उस शांति के पर्व को आगे बढ़ाएं।
भारत के लोग करेंगे फैसला…कौन आ रहा और कौन नहीं…2024 का इंतजार तो कर लीजिए- वेणुगोपाल
जानकारी के लिए बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले पर अपने संबोधन में वंशवाद की राजनीति पर जमकर तीखा वार किया है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पूर्व केंद्रीय सलमान खुर्शीद ने कहा कि दुख की बात है कि PM राष्ट्रीय दिवस और एक राजनीतिक कार्यक्रम में अंतर नहीं जानते है। मोदी के अगली बार 15 अगस्त को फिर झंडा फहराने को लेकर दिए बयान पर कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा है कि 2024 के चुनाव में भारत के लोग फैसला करेंगे की कौन आ रहा है और कौन नहीं कम से 2024 का इंतजार तो कर लीजिए।