KNEWS DESK- केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार यानी आज राज्यसभा में दिल्ली सेवा बिल पेश किया। आपको बता दें कि लोकसभा से इस बिल को पहले ही मंजूरी मिल चुकी है। आज राज्यसभा में आप नेता राघव चड्ढा ने गृहमंत्री के बयान पर पलटवार किया। AAP सांसद राघव चड्ढा ने राज्यसभा में दिल्ली सर्विस बिल पर बोलते हुए कहा कि ये राजनैतिक धोखा है।
अमित शाह के बयान पर किया पलटवार
राघव चड्ढा ने कि एक टाइम वो भी था जब भारतीय जनता पार्टी ने खुद दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग की थी। राघव चड्ढा ने अमित शाह का लोकसभा में दिए बयान पर भी पलटवार किया। शाह ने लोकसभा में पंडित जवाहरलाल नेहरू के बयान को दोहराते हुए दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिए जाने का विरोध किया था. इसी बयान का पलटवार करते हुए राघव चड्ढा ने गृहमंत्री को नसीहत दी कि आप नेहरूवादी मत बनिए, आप तो बस आडवाणीवादी बनिए। जिन्होंने कि खुद दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाए जाने की मांग उठाई थी। राघव चड्ढा ने कहा कि भाजपा के पुराने नेताओं ने 40 वर्षों तक दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाए जाने की मांग की लेकिन आज के नेताओं ने इस पूरे संघर्ष को मिट्टी में मिलाने का काम किया है।
“बीजेपी दिल्ली में सुपर CM बनाने की कोशिश में जुटी”
इस बिल पर चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, “भाजपा का दृष्टिकोण किसी भी तरह से नियंत्रण करने का है। यह बिल पूरी तरह से असंवैधानिक है, यह मौलिक रूप से अलोकतांत्रिक है, और यह दिल्ली के लोगों की क्षेत्रीय आवाज और आकांक्षाओं पर एक प्रत्यक्ष हमला है। यह संघवाद के सभी सिद्धांतों, सिविल सेवा जवाबदेही के सभी मानदंडों और विधानसभा-आधारित लोकतंत्र के सभी मॉडलों का उल्लंघन करता है। बीजेपी दिल्ली में सुपर CM बनाने की कोशिश में जुटी है।”
आपको बता दें कि केजरीवाल के विरोध में बीजेपी, वाईएसआर, बीजेडी, AIADMK, आरपीआई, टीडीपी, असम गण परिषद, पट्टाली मक्कल काची, तमिल मनीला कांग्रेस, एनपीपी, एमएनएफ, यूपीपी(लिबरल) हैं तो वहीं कांग्रेस, टीएमसी, आप, डीएमके, सीपीआई एम, जेडीयू, शिवसेना (उद्धव गुट), एनसीपी (शरद पवार), जेएमएम, सीपीआई, आईयूएमएल केरल कांग्रेस, आरएलडी पार्टियां केजरीवाल का साथ भी दे रहीं हैं।