उत्तराखंड, ऋषिकेश : उत्तराखण्ड एक पहाड़ी राज्य होने के कारण यहां स्वास्थ्य सेवाओं में कमी के चलते अक्सर मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। लेकिन हैरत तो इस बात की है कि राज्य के जिला अस्पताल तो बदहाली का रोना रोते ही हैं। लेकिन राज्य का एकलौते एम्स अस्पताल में भी मरीजों के लिए जरूरी जांच उपलब्ध नहीं हो पा रही है। ऐसे ही एक पिता ने अपने घायल बेटे के उपचार के दौरान जांच न होने की असुविधा से पीड़ित होकर सीधे प्रधानमंत्री को पत्र लिख दिया।
एम्स की सीटी स्कैन मशीन खराब, घायल बेटे की नहीं करा सके जांच
मामले में शिक्षक के पद से रिटायर हो चुके पौड़ी निवासी व्यक्ति के बेटे ने खुद को अपने पिता की लाइसेंसी राइफल से गोली मार दी। गोली युवक के सीने में लगी ऐसे में पिता ने उसका इलाज कराने के लिए जिला अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां से उनको ऋषिकेश एम्स रेफर कर दिया गया। यहां घायल बेटे का सीटी स्कैन किया जाना था लेकिन मशीन खराब होने के कारण जांच नहीं हो सकी। गोली लगने के मामले के चलते निजी जांच केन्द्र से भी जांच नहीं हो सकी। ऐसे में परिजन परेशान होते रहे। हालांकि बताया गया कि मरीज की हालत खतरे से बाहर है और जांच की खास आवश्यकता नहीं है। लेकिन इन सब बातों से पीड़ित पिता ने प्रधानमंत्री को पत्र लिख दिया और अपनी पीड़ा और स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव से हुई पीड़ा को पत्र के माध्यम से प्रधानमंत्री तक पहुंचाया।