KNEWS DESK… मध्य प्रदेश में कुछ ही महीनों बाद विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। जिसको मद्देनजर रखते हुए भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व से लेकर राज्य का नेतृत्व तक के सभी नेता सक्रिय दिखाई दे रहे हैं। मिली जानकारी कि भाजपा इस बेर कुछ हटकर चुनाव के लिए रणनीति बना रही है। जिसमें चुनावी किला जीतने , मिशन-103 भी सबसे महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
दरअसल आपको बता दें कि 2018 विधानसभा चुनवा में भाजपा 103 सीटों पर हार गई थी। उन सभी सीटों पर इस बार भाजपा ध्यान केंद्रीत कर रही है। जिसमें इन सीटों में से भाजपा को 43 सीटों पर भारी अंतर से हार का सामना करना पड़ा था। जिसको देखते हुए भाजपा इन सभी सीटों पर बूथ शक्ति केंद्र बनाएगी। जहां पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी और वो सभी नेता इन सभी सीटों पर अधिक मेहनत करेंगे। 2018 के अनुसार 2013 के चुनाव में भाजपा को बड़ी जीत हासिल हुई थी। जिसके चलते भाजपा एक बार फिर से 2013 वाला प्रदर्शन को दोहराना चाह रही है।
जानकारी के लिए बता दें कि केंद्रीय मंत्री अमित शाह की मीटिंग में सबसे अहम एख ही मुद्दा रहा वो रहा कि नाराज नेताओं की। चुनावी वर्ष के दौरान भाजपा में नाराज नेताओं की लिस्ट भी काफी बड़ी होती जा रही है। पार्टी के नेता अब खुलकर नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। जिसको ध्यान में रखते हुए शाह ने नाराज नेताओं को मनाने की बात कही है। बैठक में यह भी तय हो गया कि कौन सा नेता किस नाराज नेता को मनाएगा। क्योंकि पार्टी चुनाव से पहले सभी नाराज नेताओं को मनाना चाहती है। इस काम की जिम्मेदारी कैलाश विजयवर्गीय को सौंपी जा सकती है। जबकि इसमें पूर्व सीएम उमा भारती समेत कुछ वरिष्ठ नेताओं की सलाह भी ली जाएगी। इसके अलावा खुद सीएम शिवराज और वीडी शर्मा भी एक्टिव रहेंगे।
जमीनी स्तर पर नाराजगी के चलते कई विधायकों के कट सकते हैं टिकट!
बता दें कि अमित शाह की बैठक में मौजूदा विधायकों को लेकर भी चर्चा हुई। जिसमें पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं की रिपोर्ट भी सही नहीं मिली है। ऐसे में माना जा रहा है कि इस बार वरिष्ठ विधायकों के टिकट भी काटे जा सकते हैं। क्योंकि अमित शाह ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि 230 विधानसभा सीटों पर नेताओं की जमीनी पकड़ के आधार पर ही टिकट दिया जाएगा। अगर क्षेत्र में मौजूदा विधायक को लेकर नाराजगी है तो उनका टिकट कटना तय माना जा रहा है। बता दें कि आने वाले दिनों में पीएम मोदी और अमित शाह मध्य प्रदेश का दौरा करेंगे। जिसमें आगामी विधानसभा चुनाव की फाइनल रणनीति को अंजाम दिया जाएगा। बता दें कि इस बार बीजेपी 2018 की गलतियों को ठीक करते हुए आगे बढ़ रही है।