उत्तराखंड : कांग्रेस ने आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियां कर ली हैं। पार्टी इस बार प्रदेश भाजपा को राज्य की पांचों लोकसभा सीटों से हराकर खुद के प्रत्याशियों को जीत दिलाने को लेकर अतिसक्रिय है। प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ट नेताओं ने दिल्ली आलाकमान से मिलने के बाद अपनी योजना को धरातल पर उतारने को कहा है। इसमें प्रदेश कांग्रेस पूरे प्रदेश में पदयात्रा निकालने वाली है जिसमें वे राज्य के तमाम ऐसे मुद्दों को जन-जन तक पहुंचायेगी। जिनसे सरकार की कमियों को उजागर किया जायेगा। इस यात्रा में राहुल गांधी व प्रियंका गांधी भी कुछ समय के लिए शामिल होंगे।
महेन्द्र भट्ट ने कहा प्रदेश में आपदा के दौरान का कांग्रेस की पदयात्रा दुर्भाग्यपूर्ण
कांग्रेस की पदयात्रा को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट ने दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि जिस समय भारी वर्षा से प्रदेश के कई जिलों में लोग बुरी तरह प्रभावित हैं, राहत और बचाव के कार्य चल रहे हैं। उस समय कांग्रेस को पदयात्रा की सूझ रही है, यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। साथ ही राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि वह जितनी बार भी 2014, 2017, 2019, 2022 प्रदेश में आये हैं उसका कांग्रेस को हानि और भाजपा को लाभ ही मिला है।
‘आप’ ने कहा सीएम धामी के कहने पर भी प्रभारी मंत्री क्षेत्र में नहीं पहुंच रहे, सरकार में तालमेल की कमी
वहीं राज्य में लगातार हो रही वर्षा से आपदा जैसे हालात पर ‘आप’ पार्टी ने सीएम के निर्देश का पालन न करते मंत्रियों के मामले पर सरकार में तालमेल की कमी बतायी। आम आदमी के प्रदेश समन्वयक जोत सिंह बिष्ट ने कहा कि ‘आप’ पार्टी द्वारा जिले के प्रभारी मंत्रियों को जिले में जाकर आपदा प्रबंधन के काम देखने के सुझाव के बाद मुख्यमंत्री ने अपने सभी मंत्रियों और अधिकारियों को जिलों में जाकर कैंप करने की अपील की, लेकिन किसी मंत्री या अधिकारी ने मुख्यमंत्री की बात पर ध्यान नहीं दिया। कोई मंत्री अपने प्रभार के जिले में राहत एवं बचाव कार्य हेतु नहीं गया। आगे कहा कि बीते दिन हरिद्वार गंगा नदी का जलस्तर अत्यधिक बढ़ने के कारण जब भीमगोड़ा बैराज का गेट नंबर 10 टूटा और गंगा का पानी बहुत जोर के साथ उत्तर प्रदेश के गांव और कस्बों की तरफ बढ़ा तो उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के प्रभारी मंत्री सतपाल महाराज हरिद्वार की ओर दौड़ पड़े। अपने मुख्यमंत्री की बात को अनसुना करने वाले सतपाल महाराज यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खौफ से डरकर हरिद्वार के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेने के साथ-साथ यूपी में जाने वाले पानी को कैसे रोका जाए, इसके लिए हरिद्वार की तरफ भागे। यह स्थिति अत्यंत चिंताजनक है, कि एक वरिष्ठ और जिम्मेदार मंत्री से ये अपेक्षा नहीं थी। ऐसे में भाजपा सरकार के इन मंत्रियों से उत्तराखंड की जनता क्या उम्मीद करेगी।