श्रीलंका के राष्ट्रपति 21 जुलाई से दो दिवसीय दौरे पर भारत आएंगे, अहम मुद्दों पर होगी बातचीत

KNEWS DESK… श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे दो दिवसीय दौरे पर भारत आ रहे हैं। श्रीलंका के राष्ट्रपति 21 जुलाई को भारत पहुंचेंगे। जहां पर प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात करेंगे। इस दौरे के दौरान भारत और श्रीलंका के बीच महत्वपूर्ण बिंदुओं पर वार्तालाप की जाएगी। इस वार्तालाप का मुख्य मुद्दा समुद्री सुरक्षा को लेकर हो सकता है। इसके अलावा उन प्रोजेक्ट्स की समीक्षा की जाएगी जो श्रीलंका में भारत सरकार चला रही है। जिससे दोनों देशों के बीच की नजदूकियां बढ़ेंगी।

दरअसल आपको बता दें कि श्रीलंका पिछले ही वर्ष दिवालिया हो गया था। जिसके बाद भारत जापान, अमेरिका ने मिलकर उसकी मदद की थी। श्रीलंका की इस मदद में सबसे अहम भूमिका भारत ने ही निभाई थी। भारत ने श्रीलंका को 4 बिलियन डॉलर से अधिक की आर्थिक मदद की थी। जिसके बाद श्रीलंका के रानिल सरकार के कई मंत्रियों ने विश्वस्तर पर भारत के द्वारा किए गए मदद की कई बार चर्चा की है। इसी संदर्भ में श्रीलंका के एक मीडिया रिपोर्ट ने दावा किया था कि भारत की मदद के कारण ही श्रीलंका अपने इतिहास के सबसे बुरे दौर से बाहर आ सका है।

भारत की वजह से IMF ने श्रीलंका को दिया पैकेज

जानकारी के लिए बता दें कि भारत की वजह से ही श्रीलंका को IMF ने बहुत तेजी से बेलआउट पैकेज रिलीज किया था। हालांकि अब श्रीलंका इकोनॉमी में बड़ी तेजी से रिकवरी कर रहा है। जबकि हालात को पहले जैसे बनने में अब भी कुछ साल लग सकते हैं। इकोनॉमी को बहतर बनाने के लिए श्रीलंका की रानिल सरकार ने कई सख्त कदम उठाए हैं। जिसके बाद से श्रीलंका की इकोनॉमी बहुत तेजी से रिकवर कर रही है।

भारत के खिलाफ श्रीलंका को कोई भी देश नहीं कर सकता है इस्तेमाल

गौरबतल हो कि कुछ दिन पहले श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने अपने एक बयान में कहा था कि उनके देश का इस्तेमाल कभी भी भारत के खिलाफ नहीं किया जाएगा। इस बात में किसी को कोई शक नहीं होना चाहिए। इसके साथ ही कहा कि हम चीन से कभी मिलिट्री एग्रीमेंट नहीं करेंगे। हम ये भी साफ कर देना चाहते हैं कि हमारे देश में चीन का कोई मिलिट्री बेस भी नहीं है और न आगे कभी होगा। हम एक न्यूट्रल देश हैं।