KNEWS DESK अभिनेत्री ऋचा चड्डा ने बॉलीवुड में फिल्म ‘ओए लक्की! लक्की ओए’ से बॉलीवुड की शुरुआत की थी लेकिन ऋचा पहली बार सुर्खियां साल 2012 में आई फिल्म ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ से बटोरी। फिल्म में नगमा खातून का किरदार निभाने वाली ऋचा को इस फिल्म के लिए सबकी जमकर वाहवाही मिली। इस फिल्म के बाद वह ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर-2’ में नज़र आईं.
पिछले साल ऋचा चड्ढा अली फजल के साथ शादी के बंधन में बंध गयी थीं। जिसके बाद वह एक भी फिल्म में नजर नहीं आई हैं। हालांकि ऋचा ने हाल ही में दिए एक इंटरव्यू के दौरान इस बात का खुलासा किया है कि उनकी पहली ही फिल्म में अभिनेत्री के साथ भेदभाव हुआ था, जिसका उनको काफी बुरा लगा था।
इंटरव्यू के दौरान अभिनेत्री से सवाल किया गया कि क्या उन्होंने कभी भेदभाव का सामना किया है। इसके जवाब ने ऋचा ने पूरा किस्सा बताया। ऋचा ने कहा, ‘मेरे साथ ऐसा कई बार हुआ है। मेरी पहली फिल्म की शूटिंग के दौरान भी मैंने बुरा महसूस किया है। मैं ओए लकी, लकी ओए की शूटिंग के दौरान सीधे कॉलेज से आकर शूट करती थी। तब मुझे 103-104 फीवर हुआ करता था। किसी ने मुझसे कहा था कि अभी यह जो वैनिटी है, उसका कलाकार देरी से आने वाला है और मुझे पूरे दिन शूट करना है, तो मैं तैयार होकर आ जाऊं।’
ऋचा ने आगे बताया, ‘जब मैं सेट पर तैयार होकर गई। तो बाद में मेरा उपयोग किया हुआ सामान किसी ने फेंक दिया था। जबकि, वह सामान भी मेरा नहीं था। मेरा कुछ भी नहीं था। वह सब कंपनी का था। उन्होंने वह सब फेक दिया। लिपस्टिक खराब हो गई। किसी का आईना टूट गया। मुझे बहुत बुरा लगा। मुझे लगा, यह कैसे कर सकते हैं।’
ऋचा चड्ढा और अली फजल फिल्म निर्माता बन चुके हैं। उन्होंने सेट पर इक्वलिटी बनाए रखने पर भी बात की है। ‘हम इसे लेकर विवाद नहीं करते कि कौन अच्छे होटल में रुकेगा और कौन बुरे में रुकेगा। जहां सब लोग रुकते हैं। वहीं मैं भी रुकती हूं और अली भी वहीं रुकता है। हम ऐसा महसूस नहीं कराते कि हम बहुत बड़े हैं। इसके अलावा, हम कलाकारों को समय देते हैं फिर चाहे वह एक या दो दिन के लिए हो या पूरी फिल्म में मेन लीड हो।’