उत्तराखंड, देवभूमि उत्तराखंड में आस्था के साथ खिलवाड़ के मामले थम नहीं रहे हैं। करोड़ों हिन्दू लोगों की आस्था के प्रतीक केदारनाथ धाम में सबसे ज्यादा ऐसे मामले सामने आ रहे हैँ। ताजा विवाद केदारनाथ धाम यात्रा पर गए एक कपल के वीडियो से उत्पन हुआ है। इसमें मंदिर परिसर में युवती अपने प्रेमी से प्यार का इजहार करती दिखाई दे रही है। इसे लेकर लोग तरह-तरह की बातें कर रहे हैं। कई लोग धार्मिक स्थलों पर इस तरह की हरकत को गलत बता रहे हैं। साथ ही इससे लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंची है…आपको बता दें कि ये कोई पहला मामला नहीं है इससे पहले केदारनाथ मंदिर के गर्भग्रह में महिला द्वारा नोट उड़ाए गए थे….इतना ही नहीं केदारनाथ मंदिर में लगा सोना पीतल में बदल गया जिसमें करीब सवा अरब रुपये का घोटाला बताया जा रहा है ऐसे अनगिनत विवाद है जो हाल फिल्हाल में ही देखने को मिले हैं। वहीं इस बीच राज्य में कांवड़ यात्रा का भी आगाज हो गया है। कांवड़िए गंगाजल भरने के लिए हरिद्वार से गंगोत्री तक उमड़ पड़े। हरिद्वार में गंगाघाट भगवा रंग में रंगे नजर आए व बम-बम भोले के जयकारे गूंजते रहे हांलाकि इन्ही जयकारों के बीच नशे की तस्करी भी शुरू हो गई है। मंगलवार को ही दून पुलिस ने दो किलो चरस के साथ एक छात्र को गिरफ्तार किया है। सवाल ये है कि आखिर कब देवभूमि में आस्था के साथ खिलवाड़ बंद होगी.
देवभूमि उत्तराखंड में आस्था के साथ खिलवाड़ के मामले थम नहीं रहे हैं। करोड़ों हिन्दू लोगों की आस्था के प्रतीक केदारनाथ धाम में सबसे ज्यादा ऐसे मामले सामने आ रहे हैँ। ताजा विवाद केदारनाथ धाम यात्रा पर गए एक कपल के वीडियो से उत्पन हुआ है। इसमें मंदिर परिसर में युवती अपने प्रेमी से प्यार का इजहार करती दिखाई दे रही है। इसे लेकर लोग तरह-तरह की बातें कर रहे हैं। कई लोग धार्मिक स्थलों पर इस तरह की हरकत को गलत बता रहे हैं। साथ ही इससे लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंची है…आपको बता दें कि ये कोई पहला मामला नहीं है इससे पहले केदारनाथ मंदिर के गर्भग्रह में महिला द्वारा नोट उड़ाए गए थे….इतना ही नहीं केदारनाथ मंदिर में लगा सोना पीतल में बदल गया जिसमें करीब सवा अरब रुपये का घोटाला बताया जा रहा है ऐसे अनगिनत विवाद है जो हाल फिल्हाल में ही देखने को मिले हैं। जिसके बाद अब मंदिर समिति की व्यवस्थाओं पर सवाल उठने लगे हैं…. वहीं विपक्ष ने इस मुद्दे पर विपक्ष ने सत्तापक्ष पर भी हमला तेज कर दिया है.
वहीं इस बीच राज्य में कांवड़ यात्रा का भी आगाज हो गया है। कांवड़िए गंगाजल भरने के लिए हरिद्वार से गंगोत्री तक उमड़ पड़े। हरिद्वार में गंगाघाट भगवा रंग में रंगे नजर आए व बम-बम भोले के जयकारे गूंजते रहे हांलाकि इन्ही जयकारों के बीच नशे की तस्करी भी शुरू हो गई है। मंगलवार को ही दून पुलिस ने दो किलो चरस के साथ एक छात्र को गिरफ्तार किया है। आरोपी कांवड़ मेले में इसे बेचने की फिराक में था। चरस की कीमत दस लाख बताई जा रही है। हालांकि पुलिस-प्रशासन का कहना है कि उसने कांवड यात्रा के लिए सभी तैयारियां की है और तसकरी को रोकने के लिए भी पुलिस प्रशासन कार्रवाई कर रहा है.
कुल मिलाकर देवभूमि उत्तराखंड में आस्था के साथ खिलवाड़ के कई मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे में मंदिर समिति की व्यवस्थाओं पर सवाल उठना लाजमी है सवाल ये है कि क्या चारोधामों में मोबाईल बैन करने चाहिए….क्या सभी मंदिरों के बाहर सुरक्षाकर्मियों की तैनाती करनी होगी…..आखिर कैसे कांवड़ यात्रा में नशे की तस्करी को पुलिस रोक पाएगी.