KNEWS DESK- आपको यह जानकर हैरानी जरुर होगी कि दक्षिण कोरिया एक ऐसा देश है जहां अचानक से लोगों की उम्र एक से दो साल कम हो गई है क्योंकि इस देश में उम्र की गिनती करने का एक अलग ही तरीका था| दक्षिण कोरिया के पूर्व नियम के जरिए जब कोई बच्चा जन्म लेता था तो वह उसी समय एक वर्ष का हो जाता था और जैसे ही वहां पर नया साल आता था तो वहीं जन्मे बच्चे की उम्र दो साल हो जाती थी|
दक्षिण कोरिया में उम्र की गणना करने वाला ट्रेडिशनल सिस्टम अब खत्म कर दिया गया है| इस देश में अब वही तरीका अपनाया जाएगा जो कि पूरे दुनिया भर वाले अपनाते हैं| इसी कारण वहां के लोगों की उम्र एक दो साल घट गई है| ऐसे में अगर किसी की उम्र वहां 26 साला है तो अब से वह 25 यह 24 साल का माना जाएगा| DOB के जरिए अब वहां उम्र की गिनती होगी|
दक्षिण कोरिया में जो अलग सिस्टम से उम्र की गणना की जाती थी उस सिस्टम का नाम था ‘कोरियन एज’ इस सिस्टम के चलते पैदा होते ही बच्चे को एक वर्ष माना जाता था और नया साल आते ही एक वर्ष उम्र और बढ़ा दी जाती थी|
इतना ही नहीं इस देश में तो 24 घंटे के अन्दर भी लोगों की उम्र बढ़ जताई थी| जैसे कि किसी बच्चे ने 31 दिसंबर को जन्म लिया उस समय वह एक वर्ष माना गया लेकिन जैसे 1 जनवरी स्टार्ट हुआ तो वहीं बच्चा 2 वर्ष का हो गया| इसका कारण यह है कि दक्षिण कोरिया के ट्रेडिशनल सिस्टम के चलते बर्थ डेट से उम्र ना गिनकर नए साल से उम्र गिनी जाती थी|
उम्र की गणना ऐसे की जाती है
1 : कानूनी और प्रशासनिक कामों के लिए दक्षिण कोरिया में इंटरनेशनल सिस्टम से ही उम्र की काउंटिंग होती है|
2 : बच्चे का जन्म होते समय उसकी उम्र 0 मानी जाती है, लेकिन नया साल आते ही उसकी उम्र एक साल की हो जाती है|
3 : बच्चे के जन्म होते ही उसकी उम्र एक साल मानी जाती है और जनवरी का महीना आते ही तो उसकी उम्र में एक साल और बढ़ जाता है यानी दिसंबर में जन्मा बच्चा जनवरी में दो साल का हो जाता है।
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक येओल पहले से ही इस ट्रेडिशन सिस्टम को खत्म करने की वकालत करते रहे हैं। उन्होंने चुनाव के समय भी इस ट्रेडिशन सिस्टम को हटाने का वादा किया था।
बीते वर्ष दिसंबर में वहां की संसद में सांसदों ने भी इस ट्रेडिशन सिस्टम को खत्म करने के पक्ष में वोट किया था।
लेकिन अब से दक्षिण कोरिया में भी उम्र की गणना के लिए दुनिया भर में अपनाया जाने वाला तरीका ही अपनाया जाएगा। अब बर्थ डेट के हिसाब से ही उम्र गिनी जाएगी। इसका मतलब, अगर किसी का जन्म 28 जून 2003 को हुआ है, तो इंटरनेशनल सिस्टम के हिसाब से उसकी उम्र 19 साल ही होगी।
दक्षिण कोरिया जैसा और भी कहीं है यह सिस्टम
दुनिया के कई देशों, खासकर कि पूर्वी एशियाई देशों में उम्र की गणना करने के लिए अलग-अलग पारंपरिक तरीके हैं लेकिन अधिकतर देशों में इन्हें खत्म किया जा चुका है| हाल ही में दक्षिण कोरिया ने इस सिस्टम को खत्म किया है लेकिन उत्तर कोरिया में पारंपरिक सिस्टम 1980 में ही खत्म कर दिया गया है| जापान में भी पहले ऐसा ही सिस्टम था, लेकिन 1950 में इसे खत्म कर दिया गया था।
भारत का सिस्टम…
भारत में इंटरनेशनल एज काउंटिंग सिस्टम को ही माना जाता है| यहां जन्म दिवस के हिसाब से ही उम्र की गिनती होती है|