क्षैतिज आरक्षण को लागू करवाने को डटे राज्य आंदोलनकारी

उत्तराखंड : उत्तराखण्ड को अलग राज्य का दर्जा मिले 23 वर्ष हो चुके है लेकिन आज भी राज्य आदोलन कारियों को उनका हक नहीं मिल सका है। आज भी राज्य आदोलनकारीयों को अपनी मांग को लेकर सड़कों पर उतरना पड़ रहा है। राज्य आंदोलनकारियों ने बड़े संघर्षो से अपने आप को राज्य को स्वतंत्र राज्य का दर्जा दिलाने पर झोक दिया बावजूद इसके उनको राजकीय पदो पर सरकारी नौकरी में दस प्रतिशत आरक्षण को लेकर बार बार सरकार से गुहार लगानी पड़ती है। देहरादून स्थित कचहरी में शहीद स्मारक में बीते 15 दिनो से राज्य आंदोलनकारी धरने पर बैठे हुए हैं। लेकिन उनकी सुध नहीं ली जा रही।

सरकार दस प्रतिशत आरक्षण दिलाने को लेकर गंभीर नहीं

देहरादून में कचहरी के पास शहीद स्मारक में राज्य आंदोलनकारी बीते पन्द्रह दिनों से धरना दे रहे है। बीते दिन बड़ी संख्या में राज्य आयोगलकारी शहीद स्मारक पहुंचे और धरना दिया। साथ ही राज्य सरकार पर उनकी अनदेखी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा सरकार ने राज्य में आदोलन कारियों को चिह्नित करने के मामले पर भी दिलाई दिखाई है। इस दौरान राज्य आदोलनकारी मंच के जिलाध्यक्ष प्रदीप कुकरेती ने कहा कि सरकार उनके राज्य के प्रति संघर्ष का उपहास उड़ा रही है। जिसके चलते उनकी मांगों पर कोई कार्रवाई नही की जा रही।

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