KNEWS DESK… आगामी लोकसभा चुनाव 2024 में पिछली सफलता को दोहराते हुए भारतीय जनता पार्टी अपने लक्ष्य पर आगे बढ़ने की कोशिश कर रही है। भाजपा मौजूदा सांसदों को उम्मीदवार बनाते समय अब उनके क्षेत्र में उनकी लोकप्रियता को प्रमुख आधार बनाने जा रही है। पार्टी अब नए और युवा चेहरों को भी इस मैदान में सामने लाएगी। वहीं पार्टी की नजर कमजोर स्थित वाले सांदों पर बनी हुई है।
दरअसल आपको बता दें कि आगामी लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर देश की सभी राजनीतिक पार्टियां जोरों शोरों से तैयारियों में लगी हुई हैं। तो वहीं पर भाजपा भी कोई कसर नहीं छोड़ती हुई नजर आ रही है। भाजपा भी लोकसभा चुनाव को लेकर अपनी तैयारियां जमीनी स्तर से शुरू करने का काम कर रही है। लोकसभा चुनाव से पहले जिन राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। वहां पर भी पार्टी अपनी रणनीति पूरी तरह से लोकसभा चुनावों को आधार बनाकर कर रही है। इस तैयारी में पार्टी सांसदों की लोकप्रियता का भी अनुमान लगाया जा रहा है। सूत्रों की माने तो देश में लगभग 30 प्रतिशत मौजूदा सांसदों की अपने क्षेत्रों में लोकप्रियता घटती हुई नजर आ रही है। यही नहीं आम जनता के साथ-साथ पार्टी के कार्यकर्ता भी इन सांसदो के कार्यों से खुश नजर नहीं आ रहे हैं। इन सभी परिस्थियों का आकलन करते हुए पार्टी सीट के बंटवारे को लेकर अभी तक विचार-विर्मश कर रही है। इसे देखते हुए पार्टी संगठन एवं जनता में सांसदों की लोकप्रियता को मुख्य आधार बनाया जा रहा है।इसके लिए वह कई स्तरों पर सर्वे और संवाद से जानकारी भी जुटाने का काम कर रही है। पार्टी ने इस बात के भी संकेत दिए हैं कि जीत की प्रबल संभावना वाले उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी जाएगी। साथ ही यह भी कहा जा रहा कि पार्टी परिवारवाद को बढ़ावा नहीं देगी। अधिक से अधिक नए लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी। सूत्रों से मिल रही जानकारी कि पार्टी ने काफी लम्बे समय से हारी 160 सीटों के लिए तैयारी शुरू कर दी है। भाजपा अपने संगठन एवं जनता में पैठ को मजबूत बनाने की कोशिश करेगी। हलांकि बीजेपी ने 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव जीती है एवं उसकी सीटें भी बढ़ी हैं। इसी के तर्ज पर पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव 2024 का भी चुनाव लड़ना की तैयारी कर रही है।