उत्तर प्रदेश, उन्नाव। उन्नाव के गंगाघाट कोतवाली में तैनात कोतवाल राघवेंद्र सिंह अपने अक साथी के साथ कार से हरदोई जाते समय बेनीगंज के पास सड़क हादसे के शिकार हो गए जिसमें गंगाघाट कोतवाल गम्भीर रुप से घायल हो गए थे। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची हरदोई पुलिस राघवेंद्र सिंह को लखनऊ ट्रामा सेंटर में उपचार के लिए एडमिट कराया था। जहां पर गंगाघाट कोतवाल की उपचार के दौरान मौत हो गई। वहीं कोतवाल के साथी की हालत स्थिर बनी हुई है।
दरअसल आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के उन्नाव के शुक्लागंज कोतवाली में तैनात कोतवाल के पद पर राघवेंद्र सिंह 1996 में पीएसी से अरमोरर पद पर भर्ती हुए थे जोकि राघवेंद्र सिंह मूलतः जालौन के मिर्जापुर गांव थाना माधौगंज के रहने वाले थे। 2 दिसम्बर 2021 में कानपुर से ट्रांसफर होकर उन्नाव में तैनाती मिली। उन्नाव में पहली पोस्टिंग एसएसआई पद अचलगंज थाना में मिली। एक सप्ताह बीतने के बाद एसपी ने दही थाना 4 जनवरी 2022 को प्रभारी पद की जिम्मेदारी दी। करीब डेढ़ साल दही थाने में तैनाती के बाद पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ शंकर मीणा ने बीते 9 जून को गंगाघाट कोतवाली की कमान दी गई थी। जोकि आज आज सुबह किसी काम से अपना एक साथी के साथ कार से हरदोई जा रहे थे इसी दौरान हरदोई से बेनीगंज थाना क्षेत्र के प्रतापपुर चौकी के अंतर्गत उनकी कार में डीसीएम से भिड़ंत हो गई। एक्सीडेंट में गंगाघाट कोतवाल व उनका शुक्लागंज निवासी साथी नीलकमल दीक्षित भी घायल हो गया। घटना की सूचना पर हरदोई पुलिस ने आनन-फानन में उपचार के लिए लखनऊ के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया। इधर पुलिस को सूचना मिली तो हसनगंज दीपक सिंह ट्रामा सेंटर पहुंचे। उपचार के दौरान गंगाघाट कोतवाल राघवेंद्र सिंह की लखनऊ में उपचार के दौरान मौत हो गई। वही साथी नीलकमल का उपचार चल रहा है। कोतवाल की सड़क दुघर्टना में मौत होले से उन्नाव पुलिस विभाग में शोक की लहर बनी हुई है।