KNEWS DESK – 2 जून यानी आज छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक की 350वीं वर्षगांठ के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक दिवस नई चेतना, नई ऊर्जा लेकर आया है| छत्रपति शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक उस कालखंड का एक अद्भुत और विशिष्ट अध्याय है| राष्ट्र कल्याण और लोक कल्याण उनकी शासन व्यवस्था के मूल तत्व रहे हैं| मैं आज छत्रपति शिवाजी महाराज के चरणों में कोटि-कोटि नमन करता हूं|
नरेंद्र मोदी ने कहा, शिवाजी ने हमेशा भारत की एकता और अखंडता को सर्वोपरि रखा|आज ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ के विजन में शिवाजी महाराज के विचारों का ही प्रतिबिंब देखा जा सकता है| सैंकड़ों वर्षों की गुलामी ने देशवासियों से उनका आत्मविश्वास छीन लिया था, ऐसे समय में लोगों में आत्मविश्वास जगाना एक कठिन कार्य था| उस दौर में छत्रपति शिवाजी महाराज ने ना केवल आक्रमणकारियों का मुकाबला किया बल्कि जन मानस में ये विश्वास भी कायम किया कि स्वयं का राज संभव है|
प्रधानमंत्री ने कहा शिवाजी महाराज का व्यक्तित्व अद्भुत था| उन्होंने स्वराज की भी स्थापना और सुराज को भी कायम किया| वो अपने शौर्य के लिए भी जाने जाते हैं और अपने सुशासन के लिए भी| उन्होंने राष्ट्र निर्माण का एक व्यापक विजन भी सामने रखा|उन्होंने शासन का लोक कल्याणकारी चरित्र लोगों के सामने रखा| उनके कार्य, शासन प्रणाली और नीतियां आज भी उतनी ही प्रासंगिक हैं|
पीएम नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि ये हमारी सरकार का सौभाग्य है कि छत्रपति शिवाजी महाराज से प्रेरणा लेकर पिछले साल भारत ने गुलामी के एक निशान से नौसेना को मुक्ति दे दी| अंग्रेजी शासन की पहचान को हटाकर शिवाजी महाराज की राज-मुद्रा को जगह दी है| इतने वर्ष के बाद भी उनके द्वारा स्थापित किए गए मूल्य हमें आगे बढ़ने का मार्ग दिखा रहे हैं| इन्हीं मूल्यों के आधार पर हमने अमृत काल के 25 वर्षों की यात्रा पूरी करनी है|