पुलिस कस्टडी में पत्रकारों की पिटाई से कोर्ट सख्त

रिपोर्ट-धर्मेन्द्र सिंह चौहान

पीलीभीत , पीलीभीत में पुलिसिया कहर इन दिनों आम जनता से लेकर पत्रकारों पर बरसाया जा रहा है, दर असल बरखेड़ा sho ब्रजबीर ने पहले तो पत्रकारों पर फर्जी मुकदमा लिखा और फिर बाद में chc पर मेडिकल करवाकर दोबारा हवालात में डालकर पैरो और हाथ बांधकर पैरो पर सिपाही को खड़ा कराकर पटो से बेरहमी से पीटा, और जब इससे भी मन नहीं भरा तो थाने के अंदर दीवार से बांधकर जुल्म की इंताहा पार कर दी। जिसके जेल भेजने के दौरान कोर्ट में रिमांड के दौरान पत्रकारों ने जज साहब को पुलिसिया जुल्म की दासता सुनाई तो जज साहब माथा पकड़ कर रहे गए । जिसके बाद जज ने पुलिस को दोबारा मेडिकल कराने के आदेश दिए री मेडिकल में दो पत्रकारों के शरीर पर चोटों के निशान की पुष्टि हुई है । जिसके बाद जज ने आरोपियों पुलिसकर्मियों के खिलाफ नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है, पत्रकारों का कसूर बस इतना था कि साइकिल सवार को टक्कर मारकर आरोपी डंपर चालक मौके से भाग रहा था पत्रकारों ने ग्रामीणों की मदत से आरोपी डंपर चालक को पकड़ लिया, उधर खबरे दिखाने से नाराज sho ने पत्रकारों पर डंफर चालक से जबरन तहरीर लेकर रंगदारी सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दिया ।

उधर पत्रकारों ने मेडिकल के दौरान पुलिस के अत्याचार की कहानी सुनाई तो रुहु कांप उठी । Sho ने पत्रकारों के हाथ पैर बांधकर, पैरो पर सिपाही को बैठाकर बुरी तरह पीटा और जब इससे भी मन नहीं भरा तो दीवार से बांधकर पीटा । फिलहाल बरखेड़ा sho की गुंडई से पत्रकारों में खासा आक्रोश और गुस्सा है ।