कानपुर देहात ,कानपुर देहात में शिक्षा के मंदिर में अवैध रुप से बन रहे धर्म स्थल का मामला इन दिनों सुर्खियों में हैं। यहां निर्माणाधीन स्कूल की जगह मे ही धार्मिक स्थल का भी निर्माण करा दिया गया। लोग सोंचते और देखते ही रहे की उक्त जगह मे बच्चों के पठन पाठन हेतु शिक्षा का मंदिर बन रहा है लेकिन स्कूल निर्माण के साथ ही यहां धार्मिक स्थान बना दिया गया। निर्माणाधीन स्थल के धार्मिक आकार लेते ही लोग भौचक्के हो गए जिसके चलते रोष फैल गया। पूरे घटनाक्रम की शिकायत डीएम से की गई है।
दरअसल अपको बता दें कि पूरा मामला जिले की सदर तहसील अकबरपुर के सहजादपुर गांव का है। नेशनल हाईवे के थोड़ी दूरी पर ईसाई मिशनरी की ओर से स्कूल बनाए जाने को लेकर उक्त जगह खरीद कर स्कूल का निर्माण कार्य शुरु करा दिया। निर्माणाधीन स्थल के बाहर ही सेंट मैरी स्कूल का नाम भी वाल पेंट करा दिया जाता है। शहर कस्बे के साथ ही गांव के लोग भी स्कूल बनते देखते रहे। स्कूल की जगह मे ही दूसरी तरफ ईसाई मिशनरी की ओर से चर्च का निर्माण करा दिया गया। लोगों को अंदेशा नहीं था की स्कूल में ही चर्च का निर्माण चोरी छिपे किया जाएगा। चर्च के पूर्ण रूप से धार्मिक आकार लेते ही लोग सकते मे आ गए और नौनिहालों को मजहबी शिक्षा देकर भविष्य मे धर्मांतरण कराए जाने को लेकर विरोध शुरू हो गया। लोगों के साथ ही जिले के हिंदू धर्म संगठन के लोगों ने भी विरोध मुखर कर हिंदू समाज मे जेहादी कुठाराघात बताया और जिलाधिकारी से पूरे मामले की शिकायत दर्ज कराई। मामला संज्ञान मे आते ही धार्मिक स्थल बनवाने की अनुमति न होने की स्थिति पर निर्माण कार्य को रुकवा दिया है। इसके साथ ही जांच कराए जाने के निर्देश दिए हैं। निर्माण स्थल मे इंचार्ज के रुप में फादर मनोज डिसूजा का कहना है की प्रेयर हाल बनवाया गया है। धार्मिक स्थल बनवाने की अनुमति नहीं होने के कारण जिले की रुलिंग गाइडलाइन का पालन किए जाने की बात कही गई है।
मामला जैसे ही कानपुर देहात जिलाधिकारी तक पहुंचा तत्कास प्रभाव में ही निर्माण को रूकवा दिया गया है. एडीएम प्रशासन के द्वारा बताया गया कि मामले कि हर एंगल से जांच की जायेगी अगर कुछ भी संदिग्ध पाया जाता है तो वैधानिक कार्यवाही की जायेगी.