कानपुर देहात : कानपुर के कल्याणपुर इलाके में स्थित सीएचसी (CHC) अस्पताल में उस वक्त हंगामा मच गया था, जब अस्पताल से एक महिला नवजात बच्ची को चोरी कर भाग निकली. परिवार से मिली जानकारी के अनुसार, बच्चा चोरी की नीयत से आई महिला ने पहले तो अस्पताल में भर्ती महिला के परिवार से जान-पहचान बढ़ाई इसके बाद बच्ची को खिलाने के बहाने गोद में लिया और भाग गई. वापस न आने पर परिजनों ने कल्याणपुर थाने में बच्चा चोरी करने की रिपोर्ट दर्ज कराई. बच्चा चोरी की यह घटना CHC अस्पताल के CCTV कैमरे में कैद हो गई. फिलहाल, पुलिस की दो टीमें महिला की पहचान करने में जुट गई थी.
यह है पूरा मामला
कानपुर नगर में हुई घटना के बाद आलाधिकारियों ने आसपास के जिलों में भी पुलिस को इसकी जानकारी दी थी. इसके बाद कानपुर देहात की राजपुर थाना क्षेत्र की पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर छापा मारा और संदिग्ध दिख रही महिला को बच्ची समेत गिरफ्तार कर लिया. बच्चे को पाकर सुषमा देवी ने बताया कि उन्होंने इस महिला को अपना बच्चा खिलाने के लिए दिया था, लेकिन मौका पाकर वह अस्पताल से फरार हो गई.
शादी के 13 साल बाद भी नहीं हुआ कोई संतान
अब पुलिस के द्वारा मुझे अपना बच्चा वापस मिल गया है और मुझे इसकी बहुत ज्यादा खुशी है. पुलिस हिरासत में पकड़ी गई महिला कानपुर देहात के राजपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में रहती है. वहीं शुरुआती पूछताछ में महिला ने बताया कि उसकी 13 साल पहले शादी हुई थी. अभी तक उसको एक भी संतान नहीं हुई. इसके बाद इस महिला ने कानपुर के कल्याणपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में काम करने वाली एक महिला कर्मचारी से बच्चा गोद लेने की बात कही थी. उस स्वास्थ्य केंद्र में काम करने वाली एक महिला ने पकड़ी गई महिला को 5000 में एक बच्चा देने की बात कही थी. लेकिन यह बात बिना सबूतों के अधूरी है और पुलिस ने पकड़ी गई महिला को ही बच्चा चोर मान कर कार्यवाही कर रही है.
थाने में ही किया गया नामकरण
कल्याणपुर सीएचसी से चोरी हुई बच्ची को कानपुर देहात पुलिस ने 24 घंटे में बरामद कर लिया जिसके बाद पुलिस ने बच्ची को परिजनों को सौंपा, रिस दौरान बच्ची के परिजनो के कहने पर थाने परिसर में ही बच्ची का नामकरण किया गया. बच्ची का नाम द्विजम रखा गया, द्विजम का मतलब होता है कि दूसरा जन्म. जिसके बाद बच्ची को पुलिस ने परिजनों को सौंप दिया.जिस दौरान रपिजनों केचेहरे खिल उठे.