KNEWS DESK, भोजपुरी अभिनेत्री आकांक्षा दुबे की मौत के मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट को लेकर मां मधु दुबे और अधिवक्ता शशांक शेखर त्रिपाठी के द्वारा सवाल उठाए गए हैं। उन्होंने यह सवाल वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस से किए हैं। अधिवक्ता शशांक शेखर त्रिपाठी के द्वारा जानकारी दी गई कि उन्होंने मेडिकल एक्सपर्ट से सलाह लेकर यह सवाल तैयार किए हैं।
इसी के साथ वकील ने इस मामले में पत्र लिखते हुए सीएम योगी केस की सीबीआई जांच की मांग की है। पत्र में आरोप लगाया गया है कि आकांक्षा दुबे ने सुसाइड नहीं किया बल्कि उसकी हत्या की गई है।
पेट से मिले भूरे रंग के पदार्थ को लेकर उठे सवाल
आपको बता दें कि अधिवक्ता शशांक शेखर त्रिपाठी की ओर से जानकारी दी गई कि “आकांक्षा जिस पार्टी में गई हुई थीं वहां पर टेबल अरुण और श्रद्धा के द्वारा रिजर्व करवाई गई थी। इस पार्टी का बिल 11000 रुपए का हुआ था।” पुलिस की ओर से जानकारी दी गई कि आकांक्षा दुबे ने शराब पी हुई थी। हालांकि आकांक्षा दुबे की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जो आया वह हैरान करने वाला था।
रिपोर्ट में बताया गया कि “आकांक्षा के पेट में खाना नहीं पाया गया न ही कोई लिक्विड पाया गया। ब्रीथिंग में भी शराब नहीं पाई गई और न ही पेट में पाई गई। हालांकि पेट से 20 एमएल का भूरे रंग का लिक्विड टाइप का पदार्थ पेट से पाया गया है।”
वाराणसी कमिश्नरेट के अफसर से हुए सवाल
आपको बता दें कि “आकांक्षा दुबे के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में और भी कई चौंकाने वाली चीजें सामने आई हैं। उनका म्यूकस मेंब्रेन ऑफ स्टमक चोक्ड पाया गया। एक्सपर्ट बताते हैं कि कोवरसिव मटेरियल की वजह से ही पूरा कंजेशन स्टमक के म्यूकस मेंब्रेन में हो सकता है। वहीं मृतका की कलाई पर भी चोट का निशाना पाया गया है। इस 20 एमएल भूरे रंग के पदार्थ को लेकर ही कई सवाल खड़े किए जा रहे हैं।
आशंका जताई जा रही है कि कहीं इसी पदार्थ की वजह से तो म्यूकस मेंब्रेन नहीं चोक हुई थी। वहीं अधिवक्ता का कहना है कि उन्हें पूरा भरोसा है कि वाराणसी कमिश्नरेट के अफसर उनके सवालों के जवाब देंगे।”