KNEWS DESK, केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2023 का आखिरी महंगाई भत्ता 4 फीसदी बढ़ाकर 42 फीसदी कर दिया था, जिसके बाद कर्मचारियों की सैलरी में इजाफा हुआ था. अब सरकार डीए कैलकुलेशन को लेकर नया फाॅर्मूला लाने का प्लान कर रही है.वहीं अगर हम मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो , इस साल जुलाई में डीए कैलकुलेशन के इस फाॅर्मूले को भी बदला जा सकता है. अभी केंद्रीय कर्मचारियों को महंगाई भत्ता 42 फीसदी दिया जा रहा है.
डीए कैलकुलेशन में बदलाव के बाद जुलाई में महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी की घोषणा की जा सकती है. AICPI Index आंकड़े की ओर देखें तो सरकार केंद्रीय कर्मचारियों को 3 फीसदी की बढ़ोतरी का तोहफा दे सकती है. हालांकि कुछ रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि “सरकार 4 फीसदी महंगाई भत्ता बढ़ा सकती है.”
पिछली बार क्या हुआ था बदलाव
कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ता और पेंशनर्स के लिए महंगाई राहत का ज्यादा लाभ देने के लिए सरकार ने इसके कैलकुलेशन में कई बार बदलाव किया गया है. श्रम मंत्रालय की ओर से पिछली बार महंगाई भत्ते के फाॅर्मूले में आधार वर्ष और मजदूरी दर सूचकांक की नई सीरीज जारी की गई थी. मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि एक बार फिर इसमें बदलाव हो सकता है.
कैसे किया जाता है महंगाई भत्ते का कैलकुलेशन
महंगाई भत्ते का कैलकुलेशन डीए का मौजूदा रेट और बेसिक सैलरी में गुणा के आधार पर महंगाई भत्ते की रकम निकाली जाती है. मान लीजिए आपकी बेसिक सैलरी 29 हजार रुपये है और डीए 42 फीसदी है तो आपका डीए फाॅर्मूला (42 x 29200) / 100 होगा. इसी तरह पेंशनर्स के लिए महंगाई राहत को भी कैलकुलेट किया जाता है.
महंगाई भत्ते पर देना होता है टैक्स
आयकर विभाग के नियमों के मुताबिक, महंगाई भत्ते पर टैक्स देना होता है. आईटीआर फाइल करने के दौरान लोगों को महंगाई भत्ता के बादे में पूरी जानकारी देनी होती है.