देहरादून, आज से नया वित्तीय वर्ष शुरू हो गया है। ये नया वित्तीय वर्ष आम जन के लिए महंगाई का बोझ बढ़ाकर आया है। उत्तराखंड में एक तरफ जहां आज से बिजली, पानी, टोल टैक्स, कूड़ा उठान के लिए यूजर चार्ज तक महंगा हो गया है। तो दूसरी तरफ आज से उत्तराखंड में शराब सस्ती हो गई है। सरकार का तर्क है कि तस्करी को रोकने के लिए सरकार ने शराब के दामों को कम किया है। एक तरफ जहां सरकार शराब सस्ती करने के पीछे तस्करी को रोकने की वजह बता रही है….. तो दूसरी तरफ उत्तराखंड में शराब तस्करी रुक नहीं रही है। बड़े पैमाने पर शराब की तस्करी पहाड़ से लेकर मैदान तक जारी है। ऐसा ही कुछ देहरादून के रानीपोखरी में देखने को मिला जहां शराब तस्कर एंबुलेंस से शराब की तस्करी कर रहे थे….महिला को मरीज बनाकर शराब की तस्करी की जा रही थी…इसी तरह से कोई डिलीवरी ब्वाय, तो कोई महिला शराब की तस्करी करती हुई पकड़ी जा रही है। यानी की साफ है कि राज्य में धड़ल्ले से शराब तस्करी चल रही है। इनसबके बीच विपक्ष ने सरकार को घेरने की रणनीति तैयार की है। आम आदमी पार्टी ने प्रदेशभर में शराब सस्ती और बाकी अन्य चीजों को महंगा करने के विरोध में सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है
पहले से महंगाई की मार झेल रही जनता को नए वित्तीय वर्ष ने महंगाई का तगड़ा झटका दिया है। उत्तराखंड में एक तरफ जहां आज से बिजली, पानी, टोल टैक्स, कूड़ा उठान के लिए यूजर चार्ज तक महंगा हो गया है। तो दूसरी तरफ आज से उत्तराखंड में शराब सस्ती हो गई है। सरकार का तर्क है कि तस्करी को रोकने के लिए सरकार ने शराब के दामों को कम किया है। एक तरफ जहां सरकार शराब सस्ती करने के पीछे तस्करी को रोकने की वजह बता रही है….. तो दूसरी तरफ उत्तराखंड में शराब तस्करी रुक नहीं रही है। बड़े पैमाने पर शराब की तस्करी पहाड़ से लेकर मैदान तक जारी है। देहरादून के रानीपोखरी में थानाध्यक्ष शिशुपाल सिंह राणा के नेतृत्व में देर रात्रि चेकिंग अभियान चल रहा था इसी दौरान साईरन बजाती हुई तेज रफ्तार एंबुलेंस आई जिसकी तलाशी ली गई तो पला चला की एंबुलेंस की आड़ में शराब की तस्करी की जा रही थी. महिला को मरीज बनाकर 20 शराब की पेटिंयों की तस्करी की जानी थी.. लेकिन पुलिस ने इससे पहले ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया…..वहीं इससे पहले पुलिस ने कभी डिलीवरी ब्वाय तो कई महिलाओं को शराब की तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया है। वहीं शराब सस्ती करने को लेकर राज्य में सियासत भी गरमा गई है।
– वहीं आबकारी नीति को लेकर राज्य सरकार को हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिली है। दअरसल हाईकोर्ट ने प्रदेश की आबकारी नीति को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई करते हुए अपने पूर्व के आदेश को संशोधित करते हुए राज्य सरकार को राहत दी है। कोर्ट ने आदेश दिए कि जिन दुकानों का आवंटन लॉटरी सिस्टम के तहत होना है, उसे पांच अप्रैल को करा लें। साथ ही शराब कारोबारियों से कहा है कि इस बीच वे अपनी सभी औपचारिकताएं पूर्ण कर लें। बता दें कि इससे पहले कोर्ट ने इस पर 13 अप्रैल तक यथास्थिति बनाए रखने के आदेश दिए थे।
कुल मिलाकर उत्तराखंड में पहले से महंगाई की मार झेल रही जनता को नए वित्तीय वर्ष से महंगाई के और तगड़े झटके लग गए हैं। बिजली, पानी, कूडा उठान, टोल टैक्स सब महंगा हो गया है। जबकि राज्य में शराब सस्ती हो गई है। जिससे कही ना कही शराबियों को तो राहत मिली है। लेकिन आम जनता को तो हर चीज महंगी खरीदनी पड़ रही है सवाल ये है कि क्या जनता इसी तरह से साल दर साल महंगाई के बोझ के नीचे दबती जाएगी…..क्या भाजपा के राज में जनता को महंगाई से निजात मिलेगी या नहीं