कानपुर, विवादों में घीरे करौली सरकार उर्फ संतोष भदौरिया को एक वकील ने चैलेंज दिया है. उस ने कहा कि बाबा मेरे ड्राइवर की आंख ठीक कर के दिखा दे. मैं इनको ईनाम के रूप में ब्लैंक चैक दूंगा. लेकिन अगर वो ऐसा करने में सफल नही होते है, तो फर्जी के दावा करने छोड़ दे.
यूपी के कानपुर में करौली सरकार के आश्रम में भक्त से मारपीट के बवाल में फंसे संतोष सिंह भदौरिया को अधिवक्ता अनिरुद्ध जायसवाल ने बाबा को चैलेंज किया है. वो अपने ड्राइवर को लेकर दरबार में पहुंचे थे. इस दौरान ड्राइवर ने कहा कि एक्सीडेंट में उसकी एक आंख खराब हो गई थी. अगर, बाबा आंख ठीक कर दें तो ब्लैंक चेक दूंगा, लेकिन ऐसा न कर पाने पर बाबा फालतू के दावे करना छोड़ दें. इस दौरान अधिवक्ता ने कहा, “मैं सनातनी हूं. बाबा को चैलेंज करता हूं कि मेरे ड्राइवर की खराब आंख सही करके दिखाएं”. इसको लेकर बाबा संतोष भदौरिया ने कहा कि चैलेंज करने वाला यहां कभ ठीक नहीं होगा. जो श्रद्धा से आएगा, वही ठीक होगा.
भक्त ने लगाया मारपीट का आरोप
बीते दिनों करौली बाबा के भक्त ने उन पर उसके मारपीट करने का आरोप लगाया है. जिसका वीडियों सोशल मीडिया पर काफी वायरल भी हो रहा है. इस मामले में बाबा के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा भी दर्ज कर लिया है. मिली जानकारी के अनुसार बाबा के यहां के हर रोज करीब तीन चार हजार भक्तों की भीड़ पहुंचती है. हर भक्त से करीब सौ रूपये लिए जाते है.
बाबा ने किए कई बड़े दावे
करौली सरकार कई तरह के बड़े-बड़े दावे करते रहते है. उन्होंने प्रयागराज हत्याकांड में आरोपी अतीक अहमद के शूटर्स को ढूंढ़ने में यूपी पुलिस की मदद करने का दावा किया था. कहा कि इसके लिए यहां आकर एक दिन अनुष्ठान करना होगा. बाबा ने यह भी कहा कि वो भारत-पाकिस्तान के रिश्ते भी सुलझा सकते हैं. साथ ही रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को भी बाबा रूका सकते है. इसके लिए रूस के राष्ट्रपति पुतिन या फिर य़ुक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की में किसी एक को यहां आकर एक दिन अनुष्ठान करना होगा.
पुलिस ने बाबा के आश्रम में की जांच
एक तरफ, डॉक्टर के साथ मारपीट के मामले में कानपुर पुलिस बुधवार को करौली बाबा के आश्रम पहुंची थी. बताया जा रहा है कि पुलिस ने आधे घंटे तक बाबा से पूछताछ की. इस बारे में बाबा ने कहा है कि वकील के सामने ही बात करूंगा. पुलिस को सीसीटीवी में घटना के फुटेज नहीं मिले हैं. इससे पहले दोपहर में कानपुर पुलिस बाबा के बयान दर्ज करने पहुंची थी, लेकिन बाबा से मुलाकात नहीं हो पाई थी.
आईटी हेड विकास भाटिया ने पुलिस को बताया कि उनके आश्रम में 250 कैमरे लगे हैं, लेकिन सिर्फ 15 दिन तक की ही रिकॉर्डिंग रहती है. घटना 1 महीने पुरानी है, इसलिए वो रिकॉर्डिंग देने में असमर्थ हैं. इसके बाद पुलिस ने उन्हें लिखित में यह बात स्पष्ट करने को कही. कानपुर पुलिस काफी देर इंतजार करने के बाद बाबा के कमरे में पहुंची और कई सवाल किए. बाबा ने बयान दर्ज कराने से मना करते हुए कहा कि वह बिना अपने वकील से बात किए कोई लिखित जवाब नहीं देंगे. इसके बाद कानपुर पुलिस ने उनसे मौखिक रूप से ही सवाल जवाब किए और घटना की जानकारी ली.