देहरादून, गर्भवतियों को अक्सर स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पडता है। अधिकांशतः उस समय जब उनकी डिलीवरी होने वाली होती है। ऐसे में जब वे अस्पताल पहंुचती हैं, तो उन्हे प्रसव से पहले ठहरने की व्यवस्था न होने से दिक्कतों का सामना करना पड़ जाता है। लेकिन अब गर्भवतियों को इन परेशानियों से निजात मिलने वाली है। क्योंकि राज्य के अब हर जिले में गर्भवतीयों को प्रसव से पूर्व प्री बर्थ वेटिंग होम की सुविधा मिलने वाली है। इससे गर्भवतियों को प्रसव से पूर्व रूकने के लिए परेशानी नहीें उठानी पड़ेगी। अभी तक केवल देहरादून और हरिद्वार में ही यह सुविधा देने का निर्णय हुआ था लेकिन अब हर जिले मेें यह सुविधा दी जायेगी। राष्ट्र्ीय स्वास्थ्य मिशन के सप्लीमेंट्री मिशन बजट की दिल्ली में हुई बैठक में केन्द्र ने प्रदेश सरकार के इस प्रस्ताव पर अपनी सहमति दे दी।
दरअसल स्वास्थ्य विभाग ने महिला कल्याण एवं बाल विकास को इस सम्बन्ध में एक प्रस्ताव भेजा था। जिसमें वन स्टाप सेंटर, जन्म प्रतीक्षा ग्रह के रूप में काम कर सकते हैं। इसके लिए राज्य सरकार ने केन्द्र से राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के सप्लीमेंट्री बजट में इसके लिए बजट की मांग की थी। जिस पर केन्द्र की ओर से स्वीकृति दे दी गयी है। इस सम्बन्ध में स्वास्थ्य सचिव डा. आर राजेश कुमार ने बताया कि जन्म प्रतीक्षा गृह में गर्भवतियों को प्रसव होने से पूर्व निशुल्क ठहरने की और खानपान की सुविधा दी जायेगी।