गैरसैण। हाल में राज्य की धामी सरकार ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए अपना बजट विधानसभा के पटल पर पेश किया। तो अब वह बजट पेश होने के बाद इस पर विधानसभा की मुहर भी लग गयी है। वहीं विपक्ष के वाकआउट के बाद देर रात 10 बजे बजट प्रस्ताव पर चर्चा के बाद ध्वनिमत से इस बजट को मंजूरी दे दी गई है। इस दौरान विपक्ष के वाकआउट के बाद सरकार केा बजट पारित करने में मुश्किल 30 मिनट का समय का लगा।
वहीं जैसे ही सरकार ने सदन के पटल पर वित्तीय वर्ष 2023-24 का बजट रखा इसके शीघ्र बाद ही विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी ने विधानसभा की कार्यवाही केा अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया। वहीं सरकार द्वारा प्रस्तावित 77.407 करोड़ रुपये के इस बजट में राज्य के विकास से जुड़ी अनेक योजनाओं के लिए प्रावधान किये गये हैं। तो इसी के साथ पूर्व से चली आ रही योजनाओं के लिए भी व्यवस्था की गयी है।
भररीसैण स्थित विधानसभा भवन में श्याम साढ़े छह बजे के करीब सत्ता पक्ष और विपक्ष ने बजट पर चर्चा शुरू की तो इसी चर्चा के दौरान सत्ता पक्ष के विधायकों ने बजट केा ऐतिहासिक और राज्य के चहुंमुखी विकास के लिए महत्वपूर्ण बजट बताया तो इसी के विपरीत विपक्ष ने बजट को सिरे से खारिज कर दिया।
वहीं इसी दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने करीब एक घंटे तक धारा प्रवाह रूप से सरकार के हालिया फैसले और बजट प्रावधानों पर विस्तार से सदन केा जानकारी प्रदान की ।
इसी दौरान नेता यशपाल आर्य के द्वारा बजट पर विचार रखने पर सत्ता पक्ष ने घोर विरोध किया। भाजपा का कहना है कि बजट के दौरान यदि नेता सदन एक बार बजट पर अपने विचार रख देते है तो उसके बाद किसी अन्य के बोलने की परंपरा नहीं है।वहीं भाजपा नेताओं के इस बयान के बाद कांग्रेस विधायक बिफर कर वेल मे आ गए।
कांग्रेस विधायकों का कहना है कि सरकार विपक्ष की आवाज दबाना चाहती है। वही विधानसभा में हुए जोरदार हंगामे के बाद विपक्षी नेता भी वॉकआउट कर सदन की कार्यवाही के बीच में चले गए।वहीं विपक्ष के वाकआउट के बाद सरकार ने विभागवार बजट के प्रस्ताव रखे जिन्हे ध्वनिमत से पारित कर दिया गया।