रिपोर्ट: अरविंद दुबे
सोनभद्र: 5 मार्च को अपहृत 9 वर्षीय बालक के अपहरणकर्ताओं को पुलिस ने देर रात मुठभेड़ के दौरान दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है,पुलिस से हुई मुठभेड़ में दोनो अपहरणकर्ताओं को पैर में गोली लगी है जिन्हें जिला अस्पताल से चिकित्सको ने वाराणसी रेफर कर दिया है,
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के घोरावल थाना क्षेत्र के पेढ़ गांव में 5 मार्च को अपहृत 9 वर्षीय बालक के अपहरणकर्ताओं को पुलिस ने देर रात मुठभेड़ के दौरान दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है,जहां पुलिस से हुई मुठभेड़ में दोनो अपहरणकर्ताओं को पैर में गोली लगी है जिन्हें जिला अस्पताल से चिकित्सको ने वाराणसी रेफर कर दिया है, में 9 साल के बच्चे का अपहरण। इस सम्बंध में पुलिस अधीक्षक ने बताया कि 05 मार्च को घर के पास से 09 वर्षीय अनुराग पाल का अपहरण 25 लाख रुपये फिरौती के लिए किया गया था, इस मामले में परिजनों की तहरीर पर तीन युवकों पर मुकदमा दर्ज किया गया था, जिसमे दो दिन से बच्चे की पुलिस कर रही तलाश,शुक्रवार की रात्रि मे बच्चे का शव मीरजापुर जिले के चुनार क्षेत्र में तालाब से बरामद किया गया, आज पुलिस ने मुठभेड मे दो आरोपियों को मुठभेड के दौरान गिरफ्तार किया, वही मुठभेड़ में चली गोली के दौरान दो आरोपी घायल हुए है, इन दोनों आरोपियों को पुलिस ने जिला अस्पताल मे कराया भर्ती जहाँ डाक्टरों ने एक आरोपी को मंडलीय अस्पताल मिर्जापुर और दूसरे को ट्रामा सेन्टर वाराणसी के लिए किया रेफर,
एडिशनल एसपी कालू सिंह ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि बदमाशों से पुलिस की मुठभेड़ हुई, जिसमें 2 बदमाशों को गोली लगी है। एक बदमाश वाराणसी रेफर किया गया है। जिला अस्पताल में मौजूद सर्जन सीएल गुप्ता ने बताया कि दूसरे बदमाश के पैर में गोली लगी है, जिसका उपचार किया जा रहा है। बेहतर इलाज के लिए रेफर किया जा सकता है,
‘पुलिस पर लापरवाही करने का आरोप’
वहीं इस मामले पर घोरावल पुलिस की लापरवाही देखने को मिली अपहरण के तीन दिनों के बाद तक स्थानीय पुलिस ने मामले में कोई एफआईआर दर्ज नही किया, जिससे गुस्साए ग्रामीणों ने 06 तारीख को चक्का किया था जाम, तब मौके पर पहुंचे सीओ के आश्वासन के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था, वही कल देर बच्चे का शव बरामद के बाद आज सुबह से लगभग 5 घण्टे से आक्रोशित परिजन व ग्रामीण सड़क जाम कर धरने पर बैठे है जबकि पुलिस अधीक्षक डॉ यशवीर सिंह ने लापरवाही चौकी प्रभारी को सस्पेंड कर दिया है,
पुलिस अधीक्षक ने बताया
इस पूरे प्रकरण पुलिस अधीक्षक डॉ0 यशवीर सिंह ने बताया कि अपहरणकर्ताओं ने बच्चे का अपहरण 25 लाख फिरौती के लिए किया था । अपहरणकर्ताओं में से एक आरोपी बच्चे के परिजन का रिश्तेदार था ।वही बच्चे का अपहरण करने के बाद बच्चे को चुनार ले गए और पुलिस जब सक्रिय हुई तो अपने पकड़े जाने के भय से बच्चे की हत्या 6 मार्च को ही कर दिया और बच्चे के शव को पत्थर मे बाँध कर तालाब में डुबो दिया । पुलिस ने और संदिग्ध आरोपियों से पूछताछ की जिसके निशानदेही पर आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई । जिसमें से दो आरोपी को पुलिस ने 2:00 बजे रात मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया दोनों आरोपी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया,
पुलिस ने बताया की गाँव के एक व्यक्ति से पीडित परिजन से जमीन का विवाद चल रहा था उसी ने बच्चे के अपहरण की साजिश रची ताकी उसके ऊपर शक ना हो.