देहरादून, बीते समय राज्य में भर्ती परीक्षाओं में धांधली की जैसी बाढ़ आ गयी। एक और जहां उत्तराखण्ड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने एक के बाद एक भर्ती परीक्षाओं में नकल कराकर बैैगडोर से अभ्यर्थियों को भर्ती कराने में और आयोग को देशभर में बदनाम करने की कोई कसर नहीं छोड़ी वहीं भर्तीयों के मामले में भरोसेमन्द आयोग राज्य लोक सेवा आयोग ने भी खुद पर दाग लगा दिया है। राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा एई जेई की भर्ती में भी इसी तरह की गड़बड़ी पायी गयी। इसको लेकर जहां युवाओं ने भर्ती परीक्षा को रद्द की मांग की वहीं दूसरी ओर दागी अभ्यर्थियों के नाम भी उजागर करने को लेकर मांग उठायी गयी। जिनके नाम को अब लोक सेवा आयोग ने उजागर कर दिया है। आयोग ने पूर्व में 12 ऐसे अभ्यर्थियों के नाम उजागर किये थे। और अब 49 के नाम भी इस सूची में जोेड़े गये हैं। अब ऐसे अभ्यर्थियों की संख्या 61 हो गयी है। जिनके नाम सार्वजनिक किये जा चुके हैं। नाम सार्वजनिक करने के बाद अब आयोग ने इन्हें कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है।
जारी हुआ नोटिस, फिर होगी आगे की कार्यवाही
पेपर लीक के बाद नकल कर पास करने वालों के नाम सार्वजनिक करने के बाद राज्य लोक सेवा आयोग ने इन्हे नोटिस भी जारी कर दिया है। आयोग द्वारा कहा गया है कि अगर इन अभ्यर्थियों द्वारा जारी नोटिस का जवाब नहीं दिया जाता है तो ऐसे में आयोग द्वारा आगे की कार्यवाही करेगा। आपको बता दें कि बीते समय में आयोग द्वारा विभिन्न सरकारी पदों पर भर्ती के लिए लिखित परीक्षा ली गयी। जिसमें करीब 3853 अभ्यर्थी सफल हुए। जिनकी बाद में साक्षात्कार की प्रक्रिया चल रही थी। लेकिन आयोग द्वारा करायी गयी पटवारी, लेखपाल की भर्ती प्रक्रिया में पेपर लीक के बाद इसकी जांच करने के दौरान एसआईटी को पता चला कि आयोग द्वारा पूर्व में जेई ऐई की परीक्षा करायी गयी। इसमें भी गड़बड़ी पायी गयी। जिसके बाद इसे भी रद्द कर जांच की गयी। जिसमें पहले 12 अभ्यर्थियों के और अब 49 के नाम सामने आये हैं। जिनको कारण बताओ नोटिस जारी कर आगे की कार्यवाही की जाएगी।