उत्तराखंड को बिजली संकट पर केंद्र ने दी राहत

उत्तराखंड| ग्रीष्म काल शुरू होते ही उत्तराखंड पर बिजली का संकट मंडरा रहा था। गर्मी जैसे- जैसे बढ़ रही है वैसे ही बिजली की मांग भी आए दिन बढ़ती जा रही है। फिलहाल 31 मार्च तक के लिए बिजली का संकट उत्तराखंड से टल गया है। केंद्र सरकार ने 300 मेगावाट ज्यादा बिजली उत्तराखंड को देने की मंजूरी दे दी है। केंद्र से जो अतिरिक्त बिजली का कोटा मिला था वह 28 फरवरी को खत्म हो गया था। 300 मेगावाट ज्यादा बिजली को जारी रखने के लिए फाइल पर दो दिन से केंद्र स्तर पर आदेश नहीं मिले थे। जिसका असर 1 मार्च को देखने को ही मिल गया जब बिजली की कटौती शुरू हो गई इसलिए लोगों को महीने के पहले दिन काफी संकट से गुजरना पढ़ा। बुधवार को राज्य में बिजली की मांग चार करोड़ चार लाख 80 हजार यूनिट थी। इसके सापेक्ष यूपीसीएल को केंद्रीय व राज्य के पूल से दो करोड़ 80 लाख यूनिट बिजली दी गई। करीब एक करोड़ 20 लाख यूनिट बिजली बाजार से खरीदनी पड़ी। यूपीसीएल ने रियल टाइम मार्केट से 69 लाख 60 हजार यूनिट बिजली खरीदी ताकि जल्दी से बिजली संकट पर काबू पाया जा सके। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने देर शाम को फाइल पर अपने साइन कर के अतिरिक्त बिजली की मांग को मंजूरी दे दी है। आज वीरवार रात को उत्तराखंड को 300 मेगावाट बिजली मिलनी शुरू हो जाएगी। मार्च महीने के लिए ऊर्जा निगम को शॉर्ट टर्म टेंडर से भी 250 मेगावाट बिजली मिलन शुरू हो गई है। कल बिजली की कमी से प्रदेशभर में काफी जगहों पर बिजली की कटौती की गई लेकिन ज्यादा कटौती ग्रामीण क्षेत्रों में की गई। हालांकि यूपीसीएल के एमडी अनिल कुमार का कहना है कि कुछ जगहों पर कम कटौती की गई है। लेकिन फिर से राज्य को एक अप्रैल से अतिरिक्त बिजली के कोटा को बढ़ाने के लिए मशक्कत करनी होगी।  
राज्य को 300 मेगावाट बिजली का कोटा आवंटित करने के लिए केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह  का विशेष आभार है। 31 मार्च के बाद अप्रैल से लेकर आगे के समय के लिए बिजली का अतिरिक्त कोटा उपलब्ध रहे, इसके लिए पहले से पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे। – पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री  

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