अमृतसर में अजनाला पुलिस थाने पर वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह के समर्थकों के हमले पर विवेक अग्निहोत्री ने अपनी प्रतिक्रिया दी। जिस पर कंगना रनौत ने भी ट्वीट किया है।
पंजाब के अमृतसर में अजनाला पुलिस थाने पर वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह के समर्थकों ने हमला किया। अमृतपाल सिंह ने अपने समर्थक सवप्रीत सिंह तूफान के खिलाफ केस दर्ज कराने का विरोध किया है। इसके बाद लवप्रीत तूफान को अब जेल से रिहा कर दिया गया है।
इसी बीच जाने माने फिल्ममेकर विवेक अग्निहोत्री ने इस घटना का वीडियो शेयर करते हुए ट्वीट किया है। जिस पर अब बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि जब दो साल पहले सिखों और पंजाबियों के हितों की रक्षा के लिए उन्हें निशाना बनाया जा रहा था, जब कोई कुछ नहीं बोला और किसी ने स्टैंड नहीं लिया।
विवेक अग्निहोत्री ने किया ट्वीट
This kind of violence and terrorism won’t stop now in PunjaB. It’s the price they will have to pay for keeping quiet when Farmer’s Protest was taken over by Khalistanis or When they supported @ArvindKejriwal’s separatist, pro-Khalistan politics. SAD. pic.twitter.com/M8ZgleKIyR
— Vivek Ranjan Agnihotri (@vivekagnihotri) February 23, 2023
द कश्मीर फाइल्स निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने पंजाब में हुई हिंसा का एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि ‘पंजाब में इस तरह की हिंसा और आतंकवाद अब नहीं रुकेगा। जब खालिस्तानियों द्वारा किसान विरोध पर कब्जा कर लिया गया था या जब किसानों का विरोध खालिस्तानियों द्वारा लिया गया था और जब उन्होंने अरविंद केजरीवाल की अलगाववादी, खालिस्तान समर्थक राजनीति का समर्थन किया था। चुप रहने की कीमत उन्हें अब चुकानी पड़ेगी।
कंगना रनौत ने किया ट्वीट
One pays a price for every word and every silence. Even when I was targeted and lynched online for protecting the interest Sikhs and Punjabis, they didn’t take a stand for me or against Khalistanis, now that law and order has crashed in Punjab their deafening silence is alarming. https://t.co/oSvkJuBj8F
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) February 25, 2023
विवेक अग्निहोत्री के इस ट्वीट को रीट्वीट करते हुए कंगना रनौत ने लिखा कि ‘हर शब्द और हर चुप्पी की कीमत चुकानी पड़ती है। यहां तक कि जब मुझे सिखों और पंजाबियों के हितों की रक्षा के लिए ऑनलाइन निशाना बनाया गया और लिंच किया गया। तब भी उन्होंने मेरे लिए या खालिस्तानियों के खिलाफ स्टैंड नहीं लिया। तब मेरे लिए कोई खड़ा नहीं हुआ और अब वह कानून और पंजाब में व्यवस्था चरमरा गई है,उनकी ये चुप्पी चिंताजनक है।’