48सेकेंड ताबड़तोड़ गोलियां  में थम गई राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल की सांसे,1गनर की मौत

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की दिनदहाडे गोली मारकर हत्या कर दी गई,उमेश की सुरक्षा में लगे गनर में से 1गनर की मौत हो गई,

प्रयागराज: शुक्रवार को दिनदहाड़े गोलियों की बौछार से प्रयागराज दहल गया,बीएसपी विधायक रह चुके राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल के घर में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी गई,इसी दौरान बदमाशों ने कई राउंड फायरिंग की,और घर के पास बम से भी हमला कर दिया,बदमाशों ने इस तरह से उमेश पर हमला किया,वह किसी भी कीमत पर उमेश को जिंदा नहीं छोड़ना नहीं चाहते थे,तभी उनकी सुरक्षा में तैनात गनर की भी मौत हो गई,वहीं घायल गनर को प्रयागराज के स्वरुप नेहरु अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कर दिया गया है,वहीं बदमाशों की जानकारी अभी पुलिस नहीं लगा पाई है,

कब हुआ था राजू पाल हत्याकांड

आपको बता दे कि प्रयागराज के वेस्ट के बीएसपी विधायक रह चुके राजू पाल की बड़ी बेहरमी से 25जनवरी 2005 में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी,राजू हत्याकांड में पूर्व सांसद अतीक अहमद व उनके छोटे भाई खालिद अजीम ,कई अन्य लोगों पर  दर्ज की गई थी,इस घटना का सबसे महत्वपूर्ण गवाह उमेश पाल था,क्योकि राजू की पत्नी की बुआ का बेटा था उमेश पाल,और इसी लिए सबसे मजबूत गवाह उमेश पाल की सुरक्षा के लिए कोर्ट  ने उमेश को गनर दे रखे थे, क्योकि उमेश की जान को खतरा माना जाता था,मगर बदमाश में पुलिस का जरा सा भी खौफ नही था,जिसकी वजह से दिनदहाड़े उमेश की गोली मारकर हत्या कर गई,

पुरानी दुश्मनी के चलते हुआ था कांड

लोग बताते है कि राजू पाल व पूर्व सांसद अतीक अहमद  की 17 वर्ष पुरानी रंजिश थी,जिसके चलते उमेश का कई बार अपहरण किया जा चुका है,जिसके चलते  राजू की पत्नी का कहना था कि उसके भाई उमेश पाल की जान को खतरा बना हुआ है,जिसके चलते राजू की सुरक्षा की गुहार लगाई थी,जान को खतरा देखते हुए उमेश की सुरक्षा के लिए गनर दिए गए थे,लेकिन परिवार को जिस बात का डर था वहीं हुआ,

 

 

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