जारी हुई मानक प्रचालन प्रकिया
उत्तराखंड उच्च न्यायालय द्वारा चारधाम पर यात्रा लगी रोक हटाये जाने के बाद उत्तराखंड सरकार के धर्मास्व विभाग के एसओपी जारी करने के बाद आज चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड ने भी अपनी ओर से मानक प्रचालन प्रकिया (एसओपी) जारी कर दी है। सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक गढ़वाल आयुक्त व उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री रविनाथ रमन ने मानक प्रचालन प्रकिया जारी करते हुये कहते कहा कि शासन द्वारा जारी एसओपी का पुर्ण अनुपालन कराया जायेगा।
एसओपी में शामिल किये गये ये महत्वपूर्ण बिन्दु
शासन की ओर से जो एसओपी जारी की गई है उसमें कुछ महत्वपूर्ण बिन्दुओं को शामिल किया गया है, व कहा गया है कि माननीय न्यायालय के निर्देशानुसार इन सभी का अनुपालन सुनिश्चित किया जायेगा। इसमें कोरोना बचाव मानक, थर्मल स्क्रीनिंग, व सेनिटाईज का उपयोग शामिल किया गया है। न्यायालय के निर्देशों के अनुसार श्री बद्रीनाथ धाम में प्रतिदिन 1000 यात्री, केदारनाथ धाम में प्रतिदिन 800 यात्री, गंगोत्री में प्रतिदिन 600 यात्री, यमुनोत्री में प्रतिदिन 400 यात्रीओं को दर्शन करने की अनुमति दी गई है। दर्शन के लिये 72 घंटे पहले की आरटीपीसीआर रिपोर्ट, या कोरोना के दोनो टीके लगे होने का सर्टिफिकेट बोर्ड की साइट www.devasthanam.uk.gov.in पर अपलोड करना अनिवार्य किया गया है।
मूर्तियों को छुये बिना करनी होगी पूजा
कोरोना गाईडलाइन को ध्यान में रखकर शुरू की गई चारधाम य़ात्रा को लेकर इस बार खासी सख्ती बरती जा रही है, लिहाजा इस बार श्रद्धालु सिर्फ दर्शन कर पायेंगे। न ही भक्त इस बार मूर्तियों को छू पायेंगे और न ही मूर्तियों पर कोई लेपन कर पायेंगे। सामाजिक दूरी का पालन करते हुये, मंदिर के गर्भगृह में एक साथ दर्शन सिर्फ 3 श्रद्धालू ही पायेंगे। वैसे इस बार चारधाम यात्रा नवम्बर मध्य तक चलने वाली है, जिसको लेकर प्रशासन द्वारा एहतियात बरता जा रहा है।