के-न्यूज़/दिल्ली – पीएम मोदी पर बनी डॉक्यूमेंट्री इस समय चर्चा का केंद्र बनी हुई है | दरअसल BBC के द्वारा बनाई गयी इस डॉक्यूमेंट्री को लेकर बहुत विवाद चल रहा है | दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय यानी जेएनयू (JNU) में कल जैसे ही इसकी स्क्रीनिंग हुई कुछ छात्रों की ओर से पथराव होना शुरू हो गया | हालांकि, पुलिस की ओर से अब तक कोई बयान जारी नहीं किया गया | ब्रिटेन की मीडिया कंपनी बीबीसी की बनी इस डॉक्यूमेंट्री पर शुरू से ही सवाल खड़े किये जा रहे थे | इस डॉक्यूमेंट्री को लेकर ब्रिटेन में रहने वाले भारतीय मूल के लोगों में भी आक्रोश है। लोग इसे बड़ी साजिश का हिस्सा बता रहे हैं। आइए जानने की कोशिश करते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बीबीसी ने ये डॉक्यूमेंट्री क्यों बनाई?
जान लीजिये की बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री में ऐसा क्या है ?
बीबीसी ने India: The Modi Question शीर्षक से दो पार्ट में एक नई सीरीज बनाई है। इसका पहला पार्ट मंगलवाल को जारी किया गया है। इस सीरीज में पीएम मोदी के शुरुआती राजनेतिक सफ़र को दिखाया गया है वहीं, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के साथ उनके जुड़ाव, भाजपा में बढ़ते कद और गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में उनकी नियुक्ति की चर्चा भी इसमें की गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शुरुआती सफ़र में जो दंगे हुए थे उसका भी जिक्र इस डॉक्यूमेंट्री में किया गया है और ये बात तब के दंगों की है जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे | इन्ही विवादों के चलते भारत में इस सीरीज को प्रसारित नही किया गया |
बीबीसी के खिलाफ याचिकाएं हुईं दायर , लोग कैंसिल कर रह सब्सक्रिप्शन
ब्रिटेन में रह रहे बड़ी संख्या में भारतीय लोगों ने इसके खिलफ याचिकाएं दायर करी हैं इसीके साथ ब्रिटेन में रह रहे भारतीय मूल के लोग बीबीसी का सब्सक्रिप्शन भी कैंसिल कर रहे है| बड़ी संख्या में भारतीय और ब्रिटिश संस्थानों ने बीबीसी के मैनेजमेंट और संपादक को पत्र लिखकर भी आपत्ति जताई है।
बीबीसी ने इस मामले में सफाई देते हुए ये कहा
प्रधानमंत्री मोदी के उपर बनी विवादास्पस्द डॉक्यूमेंट्री पर बीबीसी के एक प्रवक्ता ने कहा की यह एक ‘गंभीरता से शोध की गई’ डॉक्यूमेंट्री है जिसमें अहम मुद्दों को उजागर करने की कोशिश की गई है। प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, ‘डॉक्यूमेंट्री पर उच्चतम संपादकीय मानकों के अनुसार गहन शोध किया गया था।’
JNU में क्यों हुआ पथराव ?
घटना 24 जनवरी की रात की है जब JNU में हिंसा शुरू हो गयी , हिंसा की वजह बीबीसी की द्वारा बनी हुई डॉक्यूमेंट्री थी छात्रों ने ABVP पर आरोप लगाया और कहा डॉक्यूमेंट्री देखते समय ABVP के कार्य कर्ताओं ने बिजली काट दी और पथराव शुरू कर दिया , JNU की तरफ से पुरे मामले की शिकायत बसंत कुन्ज थाने में कराई गयी है| JNU छात्रों का दावा है की डॉक्यूमेंट्री देखते समय ABVP के कार्यकर्ताओं ने डॉक्यूमेंट्री का आयोजन कर रहे लोग और डॉक्यूमेंट्री देख रहे लोगों के उपर पथराव किया |
प्रदर्शन कर रहे छात्रों का आरोप था की डॉक्यूमेंट्री देखते समय बिजली काट दी गयी और सभी के मोबाइल , लैपटॉप बंद हो गए जिसपर वह सब डॉक्यूमेंट्री देख रहे थे , तभी कुछ लोगों ने पथराव शुरू कर दिया | छात्र रात में ही धरने पर बैठ गए और बसंतकुंज थाने की तरफ से पुलिस को भी रात में तैनात कर दिया गया शिकायत दर्ज होने के बाद छात्रों ने धरना ख़तम कर दिया | JNUSU की अध्यक्ष आइषी घोस ने बताया की उन्होंने 25 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराइ है ,और पुलिस इसकी जांच करेंगी |