के न्यूज़\उत्तर प्रदेश – उत्तर प्रदेश आज अपना 73वां स्थापना दिवस मना रहा है . पहले ये यूनाइटेड प्रोविंस नाम से जाना जाता था. 24 जनवरी 1950 को संयुक्त प्रांत से बदलकर इसका नाम उत्तर प्रदेश रखा गया.हालांकि यूपी दिवस औपचारिक तौर पर मनाने की परंपरा उत्तर प्रदेश में पुरानी नहीं है. ये 2017 में बीजेपी की योगी आदित्यनाथ सरकार आने के बाद शुरू हुआ. इससे पहले महाराष्ट्र में बीजेपी नेता अमरजीत मिश्र 1989 से वहां इसका आयोजन करते थे. उन्होंने महाराष्ट्र के नेता राम नाईक के यूपी का राज्यपाल बनने के बाद यूपी दिवस आयोजित करने का प्रस्ताव दिया, लेकिन सपा सरकार ने प्रस्ताव खारिज कर दिया.फिर बीजेपी सरकार में इस पर मुहर लगी.
इसी के साथ लखनऊ के अवध शिल्प ग्राम में यूपी दिवस के तीन दिवसीय समारोह का शुभारम्भ किया गया। जहाँ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने लखनऊ में आयोजित ‘उत्तर प्रदेश दिवस’ कार्यक्रम में हिस्सा लिया। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और प्रदेश सरकार के कई मंत्री भी मौजूद रहे। इस अवसर पर कृषि विभाग की मोटा अनाज प्रोत्साहन योजना, नियोजन विभाग की एक परिवार एक पहचान का डैशबोर्ड और उच्च शिक्षा विभाग की मुख्यमंत्री अप्रेंटिसशिप प्रशिक्षण योजना की भी शुरुआत की गयी।
और खेल की उपलब्धियों के लिए लक्ष्मण और लक्ष्मीबाई पुरस्कार से यूपी की प्रतिभाओं का सम्मान भी किया जायेगा। पैरा-बैडमिंटन खिलाड़ी और नोएडा के जिलाधिकारी सुहास एलवाई को लक्ष्मण पुरस्कार मिला है। साथ ही कॉमनवेल्थ गेम्स के पुरस्कार विजेताओं का भी सम्मान होगा ।
उत्तर प्रदेश वर्तमान समय में देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, व्यापार सुगमता में भी प्रदेश दूसरे स्थान पर काबिज है|
इस 73वें स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाये दी|
मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम व लीलाधारी भगवान श्रीकृष्ण के चरणरज से पावन हुई पुण्यधरा, सुरक्षा व सुशासन की प्रतीक उत्तर प्रदेश के सभी निवासियों को 'उत्तर प्रदेश दिवस' की हार्दिक बधाई: मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी महाराज
— Yogi Adityanath Office (@myogioffice) January 24, 2023